जम्मू कश्मीर : सुरक्षा बलों की फायरिंग में 3 लोगों की मौत; उमर अब्दुल्ला ने पीएम पर साधा निशाना

जम्मू कश्मीर : सुरक्षा बलों की फायरिंग में 3 लोगों की मौत; उमर अब्दुल्ला ने पीएम पर साधा निशाना

कश्मीर में हिंसा के ताजा मामले में 3 लोगों की मौत (फाइल फोटो)

खास बातें

  • घाटी में एक बार फिर हिंसा भड़क गई
  • देर रात सुरक्षाबलों की फ़ायरिंग में तीन लोगों की मौत की खबर है
  • बडगाम और सोपोर जिले में हुई हैं ये मौतें
जम्मू:

घाटी में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. देर रात सुरक्षाबलों की फ़ायरिंग में तीन लोगों की मौत हुई है. कश्मीर घाटी के कई हिस्सों में प्रदर्शन के बाद ये हिंसा भड़की है. बडगाम ज़िले के चदूरा और ख़ान साहिब इलाक़े में दो लोग मारे गए हैं जबकि सोपोर ज़िले में भी सुरक्षाबलों के साथ झड़प में एक की मौत हुई है. इधर हिंसा की इन घटनाओं के बाद घाटी के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है.

कश्मीर के कई हिस्सों में आज कर्फ्यू जारी है जिसके कारण यहां लगातार 29 वें दिन जनजीवन बाधित हुआ है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में श्रीनगर के नौहट्टा, खनयार, रैनावारी, सफाकादल, महराजगंज और बटमालू के छह थाना क्षेत्र इलाकों में कर्फ्यू जारी है.

उमर अबदुल्ला ने ट्वीट के जरिए कल रात कहा कि एक और दुर्भाग्यपूर्ण मौत और अनगिनत जख्म आज फिर, और केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में कहती है कि 'हालात बेहतर हो रहे हैं.' उन्होंने लिखा- यह दिल तोड़ने वाली और चिंताजनक घटनाएं हैं. केंद्र (माननीय प्रधानमंत्री पढें) यहां के संकट को लेकर कब जागेगा?’’
 


उधर कश्मीर के हालात पर पुलिस अधिकारी ने बताया कि बड़गाम जिले के चार शहरों चडोरा, खानसाहिब, मगम एवं बडगाम और बारामूला जिले के अनंतनाग शहर एवं खानपोरा इलाके में भी कर्फ्यू जारी है. अधिकारी ने बताया, ‘घाटी के शेष इलाके में चार या अधिक लोगों के एकत्र होने पर अभी भी प्रतिबंध लगा हुआ है.’ उन्होंने बताया कि घाटी के कुछ हिस्सों में कल ताजा हिंसा को देखते हुये आज लोगों की गतिविधियों पर कुछ प्रतिबंध बढ़ाया गया था. हिंसा की इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी थी और 150 से अन्य लोग घायल हो गये थे.

हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के एक मुठभेड़ में आठ जुलाई को मारे जाने के बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुए संघर्ष में 54 लोगों की मौत हो गयी और 6,000 से अधिक लोग घायल हो गये हैं. अधिकारियों द्वारा लगाए गये प्रतिबंधों और अलगाववादियों के बंद के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. स्कूल, कॉलेज, व्यापारिक प्रतिष्ठान, पेट्रोल पंप, बैंक और निजी कार्यालय बंद हैं जबकि सार्वजनिक परिवहन सड़कों पर नजर नहीं आ रहे. अधिकारी ने बताया कि सरकारी कार्यालयों में भी उपस्थिति कम रही. अलगाववादी गुट ने 12 अगस्त तक कश्मीर में बंद बढ़ा दिया है.

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