यह ख़बर 25 अगस्त, 2011 को प्रकाशित हुई थी

अन्ना को उठाए जाने की अफवाह, घेरा डाले रहे लोग

खास बातें

  • बाद में किरण बेदी ने बताया कि पुलिस ने आश्वस्त किया है कि जब तक डॉक्टर अन्ना की हालत को गंभीर नहीं बताते, उन्हें नहीं उठाया जाएगा।
New Delhi:

बुधवार रात रामलीला मैदान में अन्ना हजारे को जबरन उठाए जाने की अफवाह गर्म रही। इसके लिए अन्ना की 'सेना' भी तैयार थी। अन्ना के समर्थन रात भर उनके मंच की पहरेदारी करते नजर आए। समर्थक रात भर मंच की सीढ़ियों पर लेट गए, ताकि पुलिस जबरन अन्ना को न ले जा पाए। दरअसल किरण बेदी ने टि्वटर पर लिखा कि उन्हें भरोसेमंद सूत्रों से जानकारी मिली है कि पुलिस अन्ना को रामलीला मैदान से जबरन उठा सकती है। अरविंद केजरीवाल ने भी दावा कि पुलिस अन्ना को सुबह चार बजे उठा सकती है। रामलीला मैदान के आसपास पुलिस और सीआरपीएफ का जमावड़ा बढ़ने से अन्ना को उठाए जाने की आशंका को बल भी मिला, लेकिन बाद में किरण बेदी ने दावा किया कि उन्हें दिल्ली पुलिस आयुक्त से एसएमएस मिला है कि जब तक डॉक्टर अन्ना की हालत को गंभीर नहीं घोषित कर देते, उन्हें नहीं उठाया जाएगा। इससे पहले रात को प्रणब मुखर्जी और टीम अन्ना की बातचीत बेनतीजा रही। अन्ना हजारे को जबरन रामलीला मैदान से उठाने की आशंका में समर्थक रातभर सोए नहीं। जैसे ही अन्ना ने रामलीला मैदान से अपने आपको ले जाने की बात कही, समर्थक धरना देकर बैठ गए। समर्थकों में बेचैनी इस कदर थी कि अंदर से आनी वाली हर एंबुलेंस के आगे खड़े हो जाते थे। लोग खुद एंबुलेंस की जांच करके ही जाने दे रहे थे। अन्ना समर्थकों ने पुलिस तक की एंबुलेंस को बिना जांच के जाने नहीं दिया। ये लोग रामलीला मैदान के गेट पर इस डर से सो गए कि कहीं अन्ना को पुलिस उठा न ले जाए। अन्ना बुधवार को समर्थकों के बीच लगातार आते रहे, लेकिन देर रात जब टीम अन्ना ने दावा किया कि सरकार से बातचीत बेनतीजा रही है, तो अन्ना एक बार फिर सामने आए। उन्होंने समर्थकों से अपील की कि अगर पुलिस उन्हें उठाकर ले जाती है, तो उन्हें रोकने की कोशिश न करें। अन्ना ने अपने समर्थकों से बार-बार आंदोलन को अहिंसात्मक तरीके से बढ़ाने की अपील की। अन्ना ने कहा कि पुलिस अगर उन्हें उठाकर ले जाती है, तो उनके समर्थक अपने−अपने सांसदों के घरों का घेराव कर और अपनी गिरफ्तारी देकर जेल भरो आंदोलन शुरू करें। बुधवार को को पूरे दिन और देर रात तक अन्ना हजारे के अनशन को लेकर मीटिंग का दौर चलता रहा। सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों में एक राय नहीं बन पाई। इसके बाद रात करीब 8:30 बजे प्रणब मुखर्जी के साथ टीम अन्ना की बैठक हुई। बैठक के बाद टीम अन्ना ने दावा किया कि बातचीत फेल हो गई है। इसके बाद देर रात वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि उनकी बात को टीम अन्ना ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया। वहीं कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद ने सवाल उठाया कि अगर बातचीत बेनतीजा थी, तो फिर तीन घंटे क्यों चली। उम्मीद की जा रही है गुरुवार दोपहर दोनों पक्ष फिर से बातचीत करेंगे, सूत्रों का कहना है कि टीम अन्ना अपनी तरफ से बातचीत की कोई पहल नहीं करेगी।


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