आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की फाइल फोटो
पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी की 'डिग्रियां' फर्जी हो सकती हैं, लेकिन वह फर्जी नहीं हैं। दिल्ली की एक अदालत ने शैक्षणिक योग्यता को गलत बताने के आरोपों पर मामले को स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद ईरानी के बारे में लालू की यह टिप्पणी आई है।
लालू ने कहा, 'डिग्रियों का क्या करना है? ईरानी वास्तविक हैं, वह महिला हैं। उन्होंने टीवी धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में अभिनय किया है। वह मेरा काफी सम्मान करती हैं।' बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री पूर्णिया संभाग के पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। राज्य में सितंबर-अक्टूबर में चुनाव होने हैं।
लालू ने आगे कहा कि ‘केंद्र की पूरी सरकार फर्जी है। वे स्मार्ट सिटी बनाने की बात कर रहे हैं। देखते रहिए कि वे क्या बनाते हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन की बात की, लेकिन उसपर 60 हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इतना धन कहां से आएगा?'
आरजेडी सुप्रीमो ने मोदी को सलाह दी कि ‘पुल की तरह शहर बनाने’ के बजाए बेहतर गांव बनाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की तरफ से शुरू की गई ‘आदर्श ग्राम योजना’ रुक गई है, क्योंकि धन नहीं है। ऐसा ही ‘स्वच्छ गंगा’ अभियान के साथ हुआ है।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि बीजेपी बिहार पर ‘गिद्ध दृष्टि’ जमाए हुए है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता हासिल की जा सके, लेकिन आरजेडी उसकी योजनाओं को साकार नहीं होने देगी।