दिल्‍ली : महिला पर ईंट से हमला करने वाला ट्रैफिक पुलिस का हेड कॉन्‍स्‍टेबल बर्खास्‍त

दिल्‍ली : महिला पर ईंट से हमला करने वाला ट्रैफिक पुलिस का हेड कॉन्‍स्‍टेबल बर्खास्‍त

महिला पर हमला करता ट्रैफिक पुलिसकर्मी

नई दिल्ली:

दिल्‍ली में सोमवार को 200 रुपये रिश्वत देने से मना करने पर एक महिला पर ईंट से हमला करने वाले दिल्ली यातायात पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को सेवा से बर्खास्‍त कर दिया गया है। विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) मुक्तेश चंद्र ने इस बात की जानकारी दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसके व्यापक विरोध को देखते हुए उसे सेवा से बर्खास्‍त करके गिरफ्तार कर लिया गया।

गोल्फ लिंक इलाके में दो बच्चों के साथ एक महिला पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी सतीश चंद्र के ईंट से हमला करने का वीडियो वायरल होने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया और उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया। बाद में उसे सेवा से बखार्स्‍त कर दिया गया।

महिला दुपहिया पर सवार थी। उसका आरोप है कि चंद्र ने उसपर यातायात नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया और 200 रुपये मांगे, जब उसने देने से इनकार किया तो वह गाली गलौच पर उतर आया और उसके दो छोटे बच्चों के सामने उसे ईंट से मारा।

वीडियो क्लिप में महिला एक ईंट उठाकर उसे पुलिसकर्मी की बाइक की तरफ फेंकती दिख रही है, जबकि कांस्टेबल एक दूसरी ईंट से उसपर हमला कर रहा है। मेडिकल जांच के बाद महिला ने कहा कि हमले में उसका दायां हाथ टूट गया है।

यह वाकया सुबह साढ़े दस बजे का है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजनीतिक दलों और महिला कार्यकर्ताओं ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसके चलते विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) मुक्तेश चंद्र ने शाम होते-होते हमलावर पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्‍त करने का ऐलान कर दिया।


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यहां देखें वीडियो
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महिला का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने उसपर यातायात नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया और घूस के तौर पर 200 रुपये मांगे। महिला के अनुसार उसने चालान मांगा तो पुलिसकर्मी गाली गलौच पर उतर आया।

घटना का ब्योरा देते हुए महिला ने कहा कि वह अपनी बेटी के स्कूल में अभिभावक-शिक्षक बैठक से आ रही थी। महिला ने कहा, ‘पुलिसकर्मी ने मेरा पंजीकरण पत्र (आरसी) और लाइसेंस मांगा और रेड लाइट का उल्लंघन करने के लिए 200 रुपये की मांग की। मैंने रसीद लेने पर जोर दिया लेकिन पुलिसकर्मी ने इससे इनकार कर दिया।’

पीड़िता की बेटी ने कहा, ‘अंकल 200 रुपये मांगते रहे जबकि मेरी मां ने रसीद पर जोर दिया। जब मां ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो अंकल ने स्कूटी की चाभी ले ली और स्कूटी पर एक ईंट फेंकी। मेरी मां ने भी एक पत्थर उठाया और उनकी बाइक पर मारा। तब उन्होंने गंदी भाषा में उसकी मां को गाली दी और उनकी बांह मरोड़ी। उसके बाद उन्हें एक ईंट फेंककर मारी।’ पीड़िता को पुलिस आरएमएल अस्पताल ले गई और उसके बाद उसने तुगलक रोड थाने में जांच अधिकारियों को अपना बयान दिया।

तुगलक रोड थाने में बयान दर्ज करवाने के बाद महिला ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उन्हें इंसाफ दिलाने की अपील की। उनका कहना था कि पुलिसकर्मी को सख्त से सख्त सजा दी जाए।

दिल्ली के पुलिस आयुक्त बी.एस. बस्सी ने घटना पर खेद जताया और कहा, ‘मेरे और दिल्ली पुलिस की तरफ से मैं खेद प्रकट करता हूं। मैंने कांस्टेबल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। हम मामले की जांच करेंगे।'

ट्रैफिक पुलिस कॉन्‍स्‍टेबल को दिन में निलंबित करने के बाद शाम होते-होते बर्खास्‍त कर दिया गया।

पुलिस के साथ तल्ख रिश्ते रखने वाली दिल्ली सरकार ने घटना की कड़ी निंदा की। दिल्ली के गृह मंत्री जैन ने कहा कि इस घटना ने दिल्ली पुलिस की मानसिकता का पर्दाफाश कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘इस कृत्य ने दिल्ली पुलिस के बर्बर चेहरे को उजागर कर दिया है और राष्ट्रीय राजधानी में उसके पुलिसकर्मियों के बारे में बेहद गंभीर सवाल खड़े करता है।’ जैन ने कहा कि पुलिस को उसके खिलाफ किन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है उसे सार्वजनिक करना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘दिल्ली पुलिस को अपने सभी कर्मियों का उचित बर्ताव सुनिश्चित करना चाहिए, खासतौर पर उनका जो सीधे जनता से निपटते हैं। पुलिस भ्रष्टाचार पर रोक लगाने में विफल रही है लेकिन उन्हें कम से कम इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके कर्मी उद्दंड नहीं हों। उन्हें कलेक्शन एजेंट की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए।’ दिल्ली कांग्रेस ने भी घटना की निंदा की और पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख बरखा सिंह ने दिल्ली पुलिस की आलोचना की और यातायात पुलिसकर्मी को कड़ी सजा देने की मांग की।

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पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जानी चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

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