यह ख़बर 06 दिसंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

द्रमुक एफडीआई के खिलाफ, लेकिन सरकार के साथ

खास बातें

  • केंद्र में सत्तारुढ़ संप्रग की घटक द्रमुक ने कहा है कि वह बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के खिलाफ है लेकिन केंद्र सरकार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है क्योंकि पार्टी चाहती है कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे।
नई दिल्ली:

केंद्र में सत्तारुढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की घटक द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) ने कहा है कि वह बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के खिलाफ है लेकिन केंद्र सरकार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है क्योंकि पार्टी चाहती है कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे।

एफडीआई पर चर्चा के दौरान द्रमुक के नेता तिरुचि शिवा ने राज्यसभा में गुरुवार को कहा, "पार्टी को लगा कि सरकार जो प्रगतिशील उपाय कर रही है उनके कारण उसे कार्यकाल पूरा करना चाहिए और हम साम्प्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखना चाहते हैं।"

द्रमुक ने बुधवार को लोकसभा में भी एफडीआई के विरोध में भाषण दिया था लेकिन मत सरकार के पक्ष में दिया। पार्टी के लोकसभा में 18 एवं राज्यसभा में सात सदस्य हैं।

शिवा ने कहा, "द्रमुक बेहद मजबूती से सरकार के साथ है लेकिन एफडीआई पर प्रस्ताव का हम विरोध करेंगे।"

उन्होंने एफडीआई को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा विदेशी हमला करार देते हुए कहा, "एफडीआई के दिग्गज छोटे किसानों एवं दुकानदारों को खत्म कर देंगे।"

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द्रमुक सांसद ने सरकार से एफडीआई लाने के बजाय किसानों के लिए बाजार शुरू करने की गुजारिश की।