देवास (मप्र): मध्यप्रदेश में देवास जिले के टोंकखुर्द नगर के बीजेपी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व पदाधिकारी अनवर मेव द्वारा अपने घर पर गाय की हत्या करने की घटना के बाद हिन्दूवादी संगठनों ने सोमवार को अपना विरोध तेज करते हुए कत्लखानों और मीट की दुकानों को कस्बे से बाहर करने की मांग की है।
विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल के महेन्द्र व्यास, पप्लेश पंचाल, सुधीर पाटिल और मोहन चौधरी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने सोमवार को टोंकखुर्द के तहसीलदार और नगर पंचायत को ज्ञापन सौंपकर कत्लखानों और मीट की दुकानों को नगर से बाहर लगाने की मांग की है। इस क्षेत्र में कई धार्मिक स्थल होने से इस घटना के बाद से तनाव बना हुआ है।
27 जनवरी की इस घटना के बाद रविवार को बीजेपी ने अनवर मेव को पार्टी से निष्कासित कर दिया। टोंकखुर्द का मुस्लिम समाज भी आरोपी परिवार के खिलाफ हो गया है और मेव को समाज से बहिष्कृत करने की तैयारी में है। टोंकखुर्द के हाफिज इरफान ने कहा, 'आरोपी और उसके परिवार ने मुल्क के कानून की खिलाफत की है, इसको लेकर समाज में विरोध बढ़ता जा रहा है और सोमवार रात समाज की बैठक में मेव और उसके परिवार के सामाजिक बहिष्कार का निर्णय लिया जा सकता है।'
देवास जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश रघुवंशी ने बताया कि मेव सहित उसके परिवार के 9 सदस्यों को मध्यप्रदेश गौवंश प्रतिषेध अधिनियम तथा भादंवि की संबद्ध धाराओं में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने इस मामले में मुख्य आरोपी अनवर के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपी को उज्जैन जेल में भेज दिया है।
देवास जिले के टोंकखुर्द कस्बे में 27 जनवरी को उस समय विवाद उत्पन्न हो गया, जब गांव के ही कुछ लोगों ने मुनियारपुरा इलाके में रहने वाले बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष अनवर मेव और उसके परिवार के सदस्यों को घर पर गौवंश की हत्या करते रंगे हाथों पकड़ा था।