यह ख़बर 12 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

तीसरे मोर्चे की कवायद, ममता बनर्जी ने नीतीश, नवीन पटनायक से की बात

खास बातें

  • बीजेपी में नरेंद्र मोदी के कद बढ़ने का नतीजा यह हुआ है कि एक बार फिर तीसरे मोर्चे के लिए आवाजें तेज हो गई हैं और क्षेत्रीय दल गोलबंदी में जुट गए हैं।
नई दिल्ली / कोलकाता:

बीजेपी में नरेंद्र मोदी के कद बढ़ने का नतीजा यह हुआ है कि एक बार फिर तीसरे मोर्चे के लिए आवाजें तेज हो गई हैं। क्षेत्रीय दल गोलबंदी में जुट गए हैं।

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एक संघीय मोर्चा (फेडरल फ्रंट) बनाने पर बात की है।

जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी के साथ अपने दफ्तर से बाहर आने के बाद ममता बनर्जी ने कहा, हम एक तीसरे मोर्चे की तरफ देख रहे हैं। देखते हैं, क्या होता है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस या बीजेपी के साथ किसी भी तालमेल से इनकार करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री एवं बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने मंगलवार को संकेत दिए थे कि वह लोकसभा चुनावों से पहले क्षेत्रीय दलों के तीसरे मोर्चे या संघीय मोर्चे में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

हालांकि, पटनायक ने इस बाबत कुछ भी स्पष्ट नहीं बताया कि तीसरे मोर्चे या संघीय मोर्चे में वाम दलों की हिस्सेदारी होगी या नहीं। पटनायक से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस सुझाव के बारे में पूछा गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि जनता को कांग्रेस और बीजेपी का विकल्प देने की खातिर एक 'संघीय मोर्चा' बनाने के लिए क्षेत्रीय दलों को एकजुट होना चाहिए। पटनायक ने कांग्रेस और बीजेपी के इस कथन को खारिज कर दिया कि देश में तीसरा मोर्चा नहीं चल सकता।