नई दिल्ली: दाऊद इब्राहिम के बारे में जो जानकारी भारत ने पाकिस्तान को दी है उसे पाकिस्तान सरकार ने अपने रिकॉर्ड में डाला ही नहीं है। इसी वजह से दाऊद को वॉच लिस्ट में नहीं डाला जा सकता है और अगर पाकिस्तान आगे भी ऐसा नहीं करता है तो इंटरपोल भी दाऊद के बारे में रेड कॉर्नर नोटिस जारी नहीं कर पाएगा।
यही कारण है कि दाऊद पाकिस्तान या किसी भी एयरपोर्ट से बिना किसी दिक्कत के यात्रा कर रहा है। बताया जाता है कि दाऊद के पास 7 पासपोर्ट हैं, जिनमें से 2 पाकिस्तान, एक संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई और एक यमन से जारी हुआ है। बाकी 3 भारत से बनाए गए हैं।
पाकिस्तान से जो पासपोर्ट बने हैं उनमें से एक रावलपिंडी से जारी हुआ है। पाकिस्तान से जारी दूसरा पासपोर्ट कराची से जारी हुआ है, जिसमें दाऊद को कारोबारी बताया गया है। भारत ने जो जानकारी पाकिस्तान को दी है, उसमें इन सभी पासपोर्ट के नंबर भी दिए गए हैं, साथ ही भारत ने दाऊद के चार ठिकानों की जानकारी भी पाकिस्तान को दी है।
दाऊद के ठिकानों में कराची के नूराबाद इलाके का शानदार बंगला, कराची के ही मरगल्ला हिल इलाके में एफ 6/2 स्ट्रीट के दो मकान हैं और कराची का ही सबसे चर्चित पता यानी किल्फटनरोड पर मोइन पैलेस, जिसे लोग व्हाइट हाउस भी कहते हैं शामिल है। मगर सबसे बडी दिक्कत है कि पाकिस्तान सरकार की अलग-अलग ऐजेंसियां दाऊद को हमेशा बचाती रही हैं और उसे अलग-अलग जगहों पर शिफ्ट करती रहती हैं।
यही नहीं जब भी दाऊद बाहर जाता है तो एयरपोर्ट या बंदरगाहों पर भी पाकिस्तान की ऐजेंसियां उसकी मदद करती हैं, ऐसे में भारत सरकार की तमाम कोशिशें दाऊद को वापस लाने में विफल हो रही हैं।