181 विमानों के साथ भारतीय वायुसेना का 'एक्सरसाइज़ आयरन फिस्ट' शुरू

181 विमानों के साथ भारतीय वायुसेना का 'एक्सरसाइज़ आयरन फिस्ट' शुरू

नई दिल्‍ली:

'एक्सरसाइज़ आयरन फिस्ट' के तहत भारतीय वायुसेना 'मेड इन इंडिया' पर खास फोकस रखते हुए हवा, धरती और समुद्र की ओर से आने वाली चुनौतियों से लड़ने की क्षमता दिखाने के लिए 'एक्सरसाइज आयरन फिस्ट' का आयोजन कर रही है। राजस्‍थान के पोखरण में इस आयोजन में 22 प्रकार की प्लेटफॉर्म और हथियार प्रणालियों का प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शरीक हुए।

दिन-रात चलने वाले इस अभ्यास के दौरान अलग-अलग थीम के साथ छह पैकेज दिखाए जाएंगे, जिनमें कुल मिलाकर 180 से भी ज़्यादा लड़ाकू विमान, यातायात विमान तथा हेलीकॉप्टर भाग ले रहे हैं।

'एक्सरसाइज़ आयरन फिस्ट' के दौरान भारत में निर्मित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) 'तेजस' भी हवा से हवा में मिसाइल दागकर दिखाएगा, जबकि भारत में ही निर्मित और जल्द ही वायुसेना में शामिल किया जाने वाला लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) रॉकेट दागकर दिखाएगा।

धरती से हवा में मार करने में सक्षम 'आकाश' मिसाइल भी अभ्यास के दौरान दागी जाएगी। भारत में निर्मित इस मिसाइल का यह पहला प्रदर्शन होगा।

भारतीय वायुसेना 'एक्सरसाइज़ आयरन फिस्ट' में अपनी नेटवर्क-आधारित संचालन प्रणाली का भी प्रदर्शन कर रही है, जिसमें वह स्वदेश-निर्मित सिस्टम (Airborne Early Warning and Control system - AEW&C) भी शामिल है, जिसकी मदद से उड़ान के दौरान जल्द चेतावनी दी जा सकती है, और विमान को नियंत्रित किया जा सकता है।

वायुसेना के एक बयान में कहा गया है, 'इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भारतीय वायुसेना के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने की क्षमता को प्रदर्शित करना है...'

अभ्यास की शुरुआत फ्लाईपास्ट से हुई, जिसमें भारतीय वायुसेना के आठ दशक के सफर को दिखाया गया और वायुसेना का सबसे पुराना विमान डि हवीलैंड टाइगर मोथ (de Haviland Tiger Moth) भी फ्लाईपास्ट में शामिल हुआ। फ्लाईपास्ट में इसके अलावा मिग-21 (MiG-21), मिग-27 (MiG-27), मिग-29 (MiG-29) तथा सुखोई-30 (Su-30MKI) ने भी भाग लिया।

इसके अलावा सिन्क्रोनाइज़्ड वेपन डिलीवरी डिमॉन्स्ट्रेशन (synchronised weapon delivery demonstration) के तहत मिराज-2000, सुखोई-30 (Su-30MKI), मिग-27 (MiG-27) तथा एक जगुआर विमान सिमुलेटेड (तैयार किए गए) लक्ष्यों पर सटीक बमबारी करेंगे।

उड़ते विमानों में ईंधन भरने वाला IL-78 एफआरए (IL-78 FRA) विमान भी दो सुखोई-30 (Su-30MKI) विमानों के साथ उड़ान भरेगा, ताकि वायुसेना की हवा में ईंधन भरने की क्षमताओं तथा उसके जरिये लड़ाकू विमानों को रणनीतिक फायदा पहुंचाए जाने का प्रदर्शन किया जा सके। कंधे से दागे जा सकने वाले आईजीएलए (IGLA) मिसाइल सिस्टम तथा ओएसए-एके (OSA-AK) मिसाइल जैसे धरती से हवा में मार करने में सक्षम गाइडिड हथियारों के जरिये यह दिखाया जाएगा कि हवा में मौजूद लक्ष्यों को कैसे मार गिराया जाता है।

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रात की बमबारी तथा गोलीबारी का प्रदर्शन रात को लगभग 7:20 बजे किया जाएगा। 'एक्सरसाइज़ आयरन फिस्ट', जिसे हमारे देश में पहली बार साल 2013 में आयोजित किया गया था, का समापन रात 8 बजे से कुछ पहले ही हो जाएगा।