यह ख़बर 14 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

सीएम फड़नवीस ने ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को दिया मदद का भरोसा

फाइल फोटो

मुंबई:

उत्तर महाराष्ट्र के नासिक और धुले जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं, नकदी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, कई तहसीलों में सैकड़ों एकड़ में फसलें तबाह हो गई हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को प्रभावित इलाकों का दौरा कर किसानों को उचित मुआवजे का भरोसा दिया है।

नासिक और धुले में तकरीबन 20,000 एकड़ खेत में गेहूं, अंगूर, अनार, मिर्च और प्याज जैसी नकदी फसलों पर ओले की चादर बिछ गई है। कवटी गांव के नरेंद्र शिंदे का कहना है ओलावृष्टि से हमारी फसल और खुशियां दोनों बर्बाद हो गई हैं।

राज्य सरकार को पूरी तरह से हमारी मदद करनी चाहिए, वहीं रामकृष्ण शिंदे कहते हैं अगर किसी सरकारी कर्मचारी को 2-3 महीने तनख्वाह नहीं मिलती, तो वह हड़ताल कर सकता है प्रदर्शन कर सकता है ... हम क्या कर सकते हैं।

पिंपलखेड गांव के सरपंच आत्मराम पाटिल का निर्माणाधीन घर ओलावृष्टि में बर्बाद हो गया, प्रशासन से नाराज़ आत्मराम का कहना है कि पटवारी और सरकारी अधिकारी अभी तक नुकसान का जायज़ा लेने नहीं पहुंचे हैं, मैंने उम्मीद छोड़ दी है।

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नासिक में लगातार दो दिन से जारी भारी बारिश और ओलावृष्टि का सबसे ज्यादा असर मालेगांव, येवला, नंदगांव और देवला तहसीलों में हुआ है। रविवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर किसानों के लिए अलग से वित्तीय पैकेज देने का वायदा किया है।