किसान मुआवज़े को तरसते रहे, अफसर मज़े लूटते रहे

किसान मुआवज़े को तरसते रहे, अफसर मज़े लूटते रहे

प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

चंडीगढ़:

पंजाब में कीटनाशक घोटाले में पकड़े गए कृषि महकमे के निदेशक के घर से महंगी शराब की बोतलें और बैंक खातों में करोड़ों रुपये का पता चला है। आपको बता दें कि नक़ली कीटनाशक की सप्लाई के चलते कपास की बर्बाद फसल का वाजिब मुआवज़ा न मिलने से किसान ख़ुदकुशी करने पर मजबूर हो रहे हैं।

9 लाख 20 हज़ार रुपये के क़र्ज़ के बोझ के तले दबे 26 साल के कुलदीप सिंह ने 25 सितम्बर को बठिंडा में किसानों के धरने के दौरान कीटनाशक पीकर ख़ुदकुशी कर ली थी। अपने सुसाइड नोट में कुलदीप ने लिखा कि मैं सरकार से तंग आकर ख़ुदकुशी कर रहा हूं, मेरा परिवार काफी गरीब है उसकी मदद की जाये।

मालवा इलाके खासकर मुख्यमंत्री की बहू हरसिमरत कौर के लोकसभा क्षेत्र बठिंडा में लगातार बढ़ रहे किसानों की ख़ुदकुशी के मामलों पर बादल सरकार देर से जागी और 33 करोड़ रुपये के नक़ली कीटनाशक घोटाले में कृषि विभाग के निदेशक डॉ. मंगल संधू को गिरफ्तार किया।

डॉ. संधू के परिवार का मुख्यमंत्री बादल के लम्बी विधानसभा क्षेत्र में काफी रसूख है। इसलिए 2011 में चुनावों से ऐन पहले वरिष्‍ठता की परवाह किये बगैर मुख्यमंत्री बादल ने डॉ. संधू को कृषि महकमे का निदेशक बना दिया था।

डॉ. संधू के घर से महंगी शराब की दर्जनों बोतलें, देसी-विदेशी नोट और करोड़ों के बैंक लेन-देन का हिसाब मिला है। हालांकि उनके वकील शिंदर पाल सिंह कहते हैं कि डॉ संधू को फंसाया गया है। कोर्ट ने उनको तीन दिन के रिमांड पर भेजा है। रामा मंडी में उनके खिलाफ 2 सितंबर 2015 को मामला दर्ज हुआ था जिसके लिए वो 28 सितंबर को हाई कोर्ट से स्टे मिला था।

खबर है कि अगले हफ्ते हाई कोर्ट में डॉ. संधू की अर्ज़ी पर मिले स्टे को बादल सरकार हटाने की गुज़ारिश करेगी। जिसके बाद उन्‍हें नौकरी से बर्खास्त किया जा सकता है। कृषि मंत्री तोता सिंह को फिलहाल क्लीन चिट मिली है लेकिन उन्हें भी चलता करने का दबाव लगातार बढ़ रहा है।

पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील जाखड़ का कहना है कि सरकार सारा इलज़ाम अफसर पर डालकर अपने मंत्री को बचा रही है, बादल सरकार को किसानों की इस हालत की ज़िम्मेदारी कबूल करनी पड़ेगी।

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वहीं, कपास किसानों की बदहाली से गुस्साए किसान संगठनों ने बुधवार और गुरुवार को रेल चक्का जाम करने का आह्वान किया है। पिछले डेढ़ महीने में पंजाब में 4 बार रेल रोको आंदोलन हो चुके हैं। लेकिन इस दफा किसानों का गुस्सा कहीं ज़्यादा है। उत्तर रेलवे ने सोमवार को अख़बारों में इश्तेहार छापकर लोगों से रेल यातायात बाधित न करने की अपील की है।