यह ख़बर 14 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

स्वतंत्रता दिवस : पीएम नरेंद्र मोदी के पहले भाषण से पहले राजधानी में कड़ी सुरक्षा, ड्रोन तक तैनात

नई दिल्ली:

राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जमीन से आसमान तक सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और खासतौर पर लाल किला और आसपास के इलाकों में कड़ी चौकसी रखी जा रही है, जहां शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे और इस मौके पर देश को पहला संबोधन देंगे। बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने ड्रोन तक का प्रयोग करने की योजना बना रखी है।

प्रधानमंत्री को अनेक आतंकवादी संगठनों से सुरक्षा संबंधी खतरे के मद्देनजर इस बार सुरक्षा और कड़ी की गई है।

दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के करीब 10,000 सुरक्षाकर्मी किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए गिद्ध दृष्टि से निगरानी रखेंगे।

स्थानीय पुलिस के करीब 5,000 जवानों के अलावा पुलिस के विशेष और सुरक्षा प्रकोष्ठों को भी सुरक्षा इंतजाम में लगाया जाएगा। वहीं, यातायात पुलिस वाहनों की सुगम आवाजाही की जिम्मेदारी संभालेगी।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'एक पुख्ता सुरक्षा योजना तैयार की गई है और हम किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। आम जनता से सहयोग करने का अनुरोध है।'

अधिकारियों ने कहा कि 17वीं सदी के मुगलकालीन किले के पास ऊंची इमारतों पर एनएसजी के शार्पशूटर तैनात रहेंगे।

अधिकारी ने बताया, 'शहर में और सीमावर्ती क्षेत्रों में बैरिकेड और जांच पड़ताल बढ़ा दी गई है। पड़ोसी राज्यों से आने वाले सभी निजी और व्यावसायिक वाहनों की विशेष जांच की जा रही है।' लाल किला परिसर में आम जनता के लिए करीब 10,000 सीटों की व्यवस्था की गयी है और इस बार सुरक्षा एजेंसियों के लिए काम और अधिक बढ़ गया है।

अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियां लगातार लाल किले पर बंदोबस्त की समीक्षा कर रही हैं और ऐसे 'सुरक्षित ठिकानों' पर खास ध्यान केंद्रित कर रखा है, जहां जरूरत पड़ने पर प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं को ले जाया जा सकता है।

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दर्शकों को कार्यक्रम स्थल पर मोबाइल फोन, कैमरे, दूरबीन, हैंडबैग, ब्रीफकेस, सिगरेट लाइटर, ट्रांजिस्टर, लंच बॉक्स, पानी की बोतलें आदि ले जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।