संसद में असहिष्णुता के मुद्दे पर होगी चर्चा, लेकिन विपक्षी दलों में दिख रही हैं दूरियां

संसद में असहिष्णुता के मुद्दे पर होगी चर्चा, लेकिन विपक्षी दलों में दिख रही हैं दूरियां

नई दिल्ली:

संसद का शीतकालीन सत्र 26 नवंबर को शांतिपूर्वक शुरू हुआ। सांसदों ने छठे संविधान दिवस पर भारतीय संविधान के प्रावधानों और संविधान के निर्माता कहे जाने वाले डॉ बीआर अंबेडकर की 125वीं जयंती पर उनके योगदानों के बारे में चर्चाएं कीं। लेकिन क्या सोमवार को संसद में एक बार फिर हंगामे की स्थिति देखी जाएगी, जब बढ़ती असहिष्णुता के मुद्दे पर सदन में चर्चा होगी। इस मुद्दे पर विपक्ष साफ तौर पर बंटा नजर आ रहा है।

बढ़ती असहिष्णुता के मुद्दे पर अभिनेता आमिर खान के बयान के संदर्भ में 25 नवंबर को हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी पार्टियों ने इस विषय पर जल्द बहस की पुरजोर मांग की थी। विपक्षी नेताओं ने जोर देकर कहा कि लेखकों, कलाकारों और फिल्मकारों द्वारा अवॉर्ड लौटाए जाने को हल्के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए।

रविवार को कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, जिन्होंने इस विषय पर बहस कराने के लिए नोटिस दिया, उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। हालांकि राज्यसभा में उनके साथी राजीव शुक्ला ने कहा कि बढ़ती महंगाई के साथ-साथ असहिष्णुता के मुद्दे को भी जरूर उठाया जाएगा।

वहीं पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृ़णमूल कांग्रेस के सुल्तान अहमद ने कहा कि बहस के लिए उठाए गए मुद्दे संसद को बाधित करने वाले स्वरूप में तब्दील नहीं बनने चाहिए। अहमद ने कहा, हम चाहते हैं कि असहिष्णुता समेत तमाम मुद्दों पर सदन में बहस हो, लेकिन सदन की कार्यवाही बाधित नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही में बाधा भी एक प्रकार की असहिष्णुता है। तृणमूल कांग्रेस के रवैये से सरकार के लिए आशा की किरण दिख रही है, जो मौजूदा सत्र में जीएसटी बिल पास कराने को काफी उत्सुक है। जीएसटी बिल पास कराने में कांग्रेस का सहयोग हासिल करने के मकसद से पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ चाय पे चर्चा भी की थी। हालांकि पीएम से सोनिया की मुलाकात के बाद कांग्रेस का अभी अपना रुख जाहिर करना बाकी है।

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हालांकि संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि देश के विकास के मुद्दे किसी पार्टी विशेष से नहीं जुड़े हैं। मुझे भरोसा है कि विकास की बात को लेकर सभी पार्टियां आगे आएंगी। पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी पिछले हफ्ते विपक्षी नेताओं से मुलाकातों के दौर के बाद उम्मीद जताई थी कि जीएसटी बिल पास हो जाएगा।