यह ख़बर 15 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

सोहराबुद्दीन मामले में दूसरी चार्जशीट भी राजनीति से प्रेरित है : भाजपा

खास बातें

  • सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में राजस्थान और गुजरात के पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को इंगित करने वाली सीबीआई की नई चार्जशीट को पहली की ही तरह आधारहीन और राजनीति से प्रेरित बताते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि वह अपने इन नेताओं का पूर्ण राजनीतिक और कानू
नई दिल्ली:

सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में राजस्थान और गुजरात के पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को इंगित करने वाली सीबीआई की नई चार्जशीट को पहली की ही तरह आधारहीन और राजनीति से प्रेरित बताते हुए भाजपा ने बुधवार को कहा कि वह अपने इन नेताओं का पूर्ण राजनीतिक और कानूनी समर्थन करेगी।

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली और राजस्थान में पार्टी की अध्यक्ष वसुंधरा राजे सिंधिया ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव से पहले भाजपा नेताओं को बदनाम करने की कांग्रेस की सोची समझी साजिश के तहत सीबीआई ने यह नयी चार्ज शीट तैयार की है। इसमें राजस्थान के पूर्व गृहमंत्री और प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया का नाम शामिल किया गया है। उन्होंने दावा किया कि कटारिया के खिलाफ कोई सुबूत नहीं हैं।

जेटली ने कहा कि इस मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने के लिए अमित शाह के खिलाफ झूठे मामले बनाए गए लेकिन अदालत ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया।

सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि अब कटारिया के नाम को शामिल करते हुए सोहराबुद्दीन मामले को नया रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी भी मामला मोदी को निशाना बनाने के प्रयास के तहत किया जा रहा है।

सीबीआई पर उन्होंने आरोप लगाया कि वह अलग-अलग मामलों में अलग-अलग पैमाने इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि पूर्व रेलमंत्री पवन कुमार बंसल के विरुद्ध जांच पूरी हुए बिना ही सीबीआई के निदेशक ने बयान दे डाले कि उनके खिलाफ कोई पक्के सुबूत नहीं हैं। जेटली ने कहा कि ऐसे में सीबीआई से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है।

जेटली ने इस अतिरिक्त चार्जशीट को ‘सुनियोजित षड्यंत्र’ बताते हुए दावा किया कि इसमें कटारिया के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन आरोपों में सच्चाई का अंश मात्र नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के कहने पर सीबीआई भाजपा नेताओं को झूठे मामलों में फंसा कर उन्हें बदनाम करने की रणनीति को आगे बढ़ा रही है।’’ जिस समय सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ का मामला हुआ उस समय कटारिया राजस्थान के गृहमंत्री थे।

वरिष्ठ अधिवक्ता जेटली ने कहा कि इस मामले में पहले गुजरात के तत्तकालीन गृहराज्य मंत्री अमित शाह को फंसाया गया था लेकिन अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। जेटली ने कहा कि पहले यह दलील दी गई कि सोहराबुद्दीन मामले में गुजरात का कोई बिल्डर माफिया शामिल था। लेकिन अतिरिक्त चार्जशीट में कहा गया है कि इसमें राजस्थान का मार्बल माफिया शामिल था और उक्त दोनों राज्यों के तत्कालीन मंत्रियों ने फर्जी मुठभेड़ में शामिल पुलिस अधिकारियों का बचाव किया।

सीबीआई की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि रिश्वत मामले में पूर्व रेलमंत्री पवन कुमार बंसल के खिलाफ ‘सौ प्रतिशत अधिक’ साक्ष्य हैं, लेकिन एजेंसी के निदेशक जांच पूरी होने से पहले से ही कहते फिर रहे हैं कि उनके विरुद्ध ठोस सुबूत नहीं हैं।

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यह पूछे जाने पर कि क्या लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को बदनाम करने के लिए कांग्रेस ऐसा कर रही है, जेटली ने कहा, ‘‘चुनाव में हमें कोई तकलीफ नहीं होगी। वह इस तरह की हरकत जितना अधिक करेगी, हमें उतना ही लाभ होगा।’’