बेंगलुरु: कर्नाटक के राज्यपाल वजु भाई वाला ने रविवार को एक नए विवाद में खुद को उलझा लिया है। कर्नाटक के स्थापना दिवस पर रविवार को राज्य उत्सव मनाया गया। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री और राजयपाल भी शामिल हुए।
गुजरातियों का गुणगान
देर शाम खबर आई कि कर्नाटक के राजभवन में कन्नड़ कार्यक्रमों की जगह गुजराती कार्यक्रम हुए। खबरों के मुताबिक राज्यपाल वजु भाई वाला ने राजभवन में इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने इस मौके पर गुजरातियों की समाज और देश को देन पर अपने विचार भी रखे। अफवाह यह भी फैली की ज्यादातर स्टाफ को छुट्टी पर भेज दिया गया। राजभवन के बाहर गाड़ियों की लंबी कतार लगी रही। प्रतिबंधित क्षेत्र होने की वजह से यहां गाड़ियों की पार्किंग पर रोक है। विधानसभा और हाई कोर्ट भी राजभवन के पास में ही हैं।
कन्नड़ा समर्थक दल हुआ उत्तेजित
राजभवन में कर्नाटक राज्योत्सव पर गुजराती कार्यक्रम होने की खबर फैलने पर कन्नड़ा समर्थक दल उत्तेजित हो गए और लोग बड़ी तादाद में राजभवन का घेराव करने पहुंचने लगे। डीसीपी सेंट्रल संदीप पाटिल के मुताबिक राजभवन के बाहर रात में प्रदर्शन कर रहे 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि पुलिस ने उनको थोड़ी दूर ले जाकर छोड़ दिया। यदि वक्त पर पुलिस बल वहां न पहुंचता तो मामला बिगड़ सकता था।
पहले भी हुए विवाद
इससे पहले भी 76 साल के राज्यपाल वजु भाई वाला कई बार विवादों में उलझ चुके हैं। इसी साल 11 मई को राजभवन में हुए एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान के बीच में ही वे उठकर चले गए थे। जब उन्हें गलती का अहसाह सुरक्षा कर्मियों ने कराया तो फिर वापस लौटे। राजभवन की साज सज्जा और हवाई यात्राओं पर करोड़ों रुपये खर्च करने की वजह से भी वे आलोचना के पात्र बने।