यह ख़बर 01 सितंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

गुजरात दंगे दुर्भाग्यपूर्ण, मोदी को जिम्मेदार ठहराना अनुचित : राजनाथ सिंह

एक कार्यक्रम में राजनाथ सिंह और नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

खास बातें

  • भाजपा प्रमुख ने कहा कि राज्य के मुस्लिमों से पूछा जाना चाहिए कि क्या वे भाजपा के शासन में भेदभाव महसूस कर रहे हैं। सिंह ने कांग्रेस द्वारा ब्रिटिश शासन की ‘बांटो और राज करो’ की नीति अपनाए जाने की निंदा की।
नई दिल्ली:

गुजरात में 2002 के दंगों को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर दोष लगाना अनुचित होगा। उन्होंने कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों पर देश को धार्मिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया।

उन्होंने यहां कहा, ‘गुजरात भी हमारे राज्यों में एक है। मैं मानता हूं कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। कौन इस बात से सहमत नहीं होगा कि वह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाने के प्रयास किए गए मानों दंगों की योजना मुख्यमंत्री ने ही बनाई हो।’

सिंह ने कहा कि मोदी के साथ उनकी निजी बातचीत में उन्होंने मुख्यमंत्री के चेहरों के भाव पढ़ने का प्रयास किया। ‘वह काफी दुखी नजर आ रहे थे, लोगों के साथ क्या गड़बड़ी है। क्या यह राजनीति है।’

भाजपा अध्यक्ष ने दंगों के पीछे मोदी का हाथ होने के आरोपों का जिक्र करते हुए यह बात कही। भाजपा अध्यक्ष पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि राज्य के मुस्लिमों से पूछा जाना चाहिए कि क्या वे भाजपा के शासन में भेदभाव महसूस कर रहे हैं। सिंह ने कांग्रेस द्वारा ब्रिटिश शासन की ‘बांटो और राज करो’ की नीति अपनाए जाने की निंदा की।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘कांग्रेस ने भले ही ब्रिटेन की कोई अन्य नीति अपनायी हो या नहीं, लेकिन पार्टी ने उनकी बांटो एवं राज करो की नीति अवश्य अपना ली है, कांग्रेस तथा कुछ अन्य राजनीतिक दलों ने ही देश में विभाजन के बीज बोये थे।’

उन्होंने स्वीकार किया कि भाजपा के साथ काम करने वाले अल्पसंख्यक समुदाय को लोगों के बीच पार्टी की नीतियों का प्रचार करने में इस धारणा के कारण कठिनाई आती है कि पार्टी अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने के खिलाफ है।

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सिंह ने कहा, ‘यह धारणा सच्चाई से परे है। हम इस प्रकार की राजनीति नहीं करते।’