गुरदासपुर हमला : एनकाउंटर खत्‍म, 3 आतंकियों समेत 11 की मौत

गुरदासपुर हमला : एनकाउंटर खत्‍म, 3 आतंकियों समेत 11 की मौत

पंजाब के गुरदासपुर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बल

गुरदासपुर:

पाकिस्तान से आये माने जा रहे तीन फिदायीन हमलावरों ने सोमवार को एक बड़े हमले को अंजाम देते हुए एक चलती बस में यात्रियों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं और एक थाने में घुसकर गोलियां चलाईं जिसमें एक पुलिस अधीक्षक सहित 8 लोग मारे गए, वहीं दिनभर चले अभियान के बाद सभी तीनों आतंकवादी भी मारे गये।

सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों ने सुबह सड़क किनारे एक ढाबे पर और एक यात्री बस पर हमला किया और बाद में दीनानगर थाने में घुस गये। आतंकवादी पाकिस्तानी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) या जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सदस्य हो सकते हैं।

थाने के पास खाली इमारत में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान का नेतृत्व करने वाले पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी ने बताया कि आतंकवादियों ने सात लोगों - तीन नागरिकों, पंजाब प्रांतीय सेवा के अधिकारी पुलिस अधीक्षक (जासूसी) बलजीत सिंह और 4 अन्‍य पुलिसवालों की हत्या कर दी।

उन्होंने बताया कि 15 लोग गोलीबारी में घायल हो गये जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। आतंकवादियों ने सफेद रंग की एक मारुति 800 कार छीनकर उसमें सवार हो गये और बाद में उसे छोड़ गये।

करीब 12 घंटे तक पुलिस और स्पेशल वेपन्स एंड टैक्टिक्स टीम (स्वाट) के कमांडो के साथ गोलीबारी में सभी तीनों आतंकवादी मारे गये।

सैनी के अनुसार उनके पास से चीन निर्मित हथियार और जीपीएस उपकरण मिले हैं।

हमलावरों के बारे में कोई अधिकृत बयान नहीं है लेकिन केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार संदेह है कि वे जम्मू और पठानकोट के बीच बिना बाड़ की सीमा के जरिये या जम्मू जिले के चक हीरा के रास्ते पाकिस्तान से भारत में चोरी-छिपे घुस आये थे।

इससे पहले 20 मार्च को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन हमलावर सेना की वर्दी में एक थाने में घुस आये थे और तीन सुरक्षाकर्मियों समेत छह लोग इस हमले में मारे गये थे। पंजाब पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने गोलीबारी समाप्त होने के बाद कहा, ‘अभियान समाप्त हो गया है।’ हमलों के बाद कुछ समय तक धरपकड़ अभियान जारी रहा और इमारत को खाली कराया गया।
 


पंजाब पुलिस के आईजी (काउंटर इंटेलीजेंस) गौरव यादव के मुताबिक एसपी बलजीत सिंह ने गोलीबारी में गोली लगने के बाद दम तोड़ दिया।

पुलिस ने बताया कि गुरदासपुर के सिविल अस्पताल में लाये गये घायलों में से गंभीर रूप से घायल सात लोगों को अमृतसर भेज दिया गया। इन सभी की उम्र 15-55 साल के बीच है।

गुरदासपुर के उपायुक्त अभिनव त्रिखा ने बताया कि अभियान में तीन आतंकवादी मारे गये। डीजीपी सैनी ने संवाददाताओं से कहा, ‘आतंकवादियों के पास अत्याधुनिक हथियार थे। हमने उनके पास से ‘चीन निर्मित’ ग्रेनेड बरामद किये।’ सैनी के मुताबिक उनके पास से एके-47 बंदूकें और हैंड ग्रेनेड मिले।

उन्होंने कहा कि हमले की साजिश पहले से रची गयी थी क्योंकि उनका हमला एक विशेष दिशा में लक्षित था। सैनी ने पुलिस और आतंकवादियों के बीच हुई गोलीबारी पर कहा कि दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई।

पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने सबसे पहले सड़क किनारे एक ढाबे को निशाना बनाया और पंजाब के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली सफेद रंग की मारुति 800 कार अपने साथ ले गये। उन्होंने दीनानगर बायपास के निकट सड़क किनारे एक विक्रेता को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।

इसके बाद, उन्होंने पंजाब रोडवेज की चलती बस में यात्रियों पर गोलियां चलाई और दीनानगर थाने के बगल में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को निशाना बनाया।

बंदूकधारी दीनानगर थाने में घुस गये और अंधाधुंध गोलियां चलाईं। आतंकवादियों ने परिसर के उस हिस्से में भी गोलियां चलाईं और ग्रेनेड फेंके जहां पुलिसकर्मियों के परिवार रहते हैं। सूत्रों ने बताया कि पंजाब और जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है क्योंकि आतंकवादियों के वहां से घुसपैठ किये जाने की आशंका है।
 


केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से स्थिति पर बातचीत की। सिंह ने कहा कि वह इस मुद्दे पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे। संसद के सदस्यों ने इस मुद्दे पर सरकार से विस्तृत जवाब की मांग की थी।

गृहमंत्री ने बाद में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जिसमें रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, डोभाल, बीएसएफ के महानिदेशक डी.के. पाठक और अर्धसैनिक बलों तथा खुफिया एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे।

बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने कहा कि मंत्री ने पंजाब सरकार के अभियान की तारीफ की और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अनेक कदमों पर चर्चा की गयी।

बैठक के बाद एक शीर्ष अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि हमला गंभीर था। वह इस प्रश्न का उत्तर दे रहे थे कि क्या सरकार इसे बड़ा हमला मान रही है।

उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि यह बड़ा हमला है या छोटा। यह गंभीर है।’ दीनानगर कस्बा पाकिस्तान की सीमा से लगा है और गुरदासपुर जिले में पड़ता है। यह गुरदासपुर और पठानकोट शहरों के बीच में है और राजधानी चंडीगढ़ से करीब 260 किलोमीटर दूर स्थित है।

राज्य ने 1980 के दशक के बाद से कई वर्षों तक सिख चरमपंथ का सामना किया। पिछला आतंकवादी हमला लुधियाना में 14 अक्टूबर 2007 को हुआ था जिसमें एक सिनेमाघर में शक्तिशाली बम विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गयी थी और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

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(इनपुट एजेंसी से...)