यह ख़बर 24 अगस्त, 2011 को प्रकाशित हुई थी

अन्ना को जबरन नहीं उठाएगी पुलिस : अरविंद

खास बातें

  • अरविंद ने कहा कि अगर हजारे को कुछ हो जाता है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। डॉ त्रेहन ने बताया कि अन्ना हजारे कल से बेहतर हैं।
नई दिल्ली:

पुलिस द्वारा गांधीवादी अन्ना हजारे को रामलीला मैदान से अस्पताल ले जाने की अटकलों को अफवाहें करार देते हुए हजारे पक्ष के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने बुधवार की शाम कहा कि हजारे की मंजूरी के बिना उन्हें अस्पताल नहीं ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार जनलोकपाल विधेयक कल संसद में पेश कर दे तो हजारे अनशन तोड़ देंगे और अगर हजारे को कुछ हो जाता है तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। केजरीवाल ने कहा कि इस तरह की अफवाहें चल रही हैं कि पुलिस अन्ना हजारे को रामलीला मैदान से अस्पताल ले जाएगी लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की गई है, उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे अन्ना की मंजूरी के बिना उन्हें छूएंगे भी नहीं। डाक्टर नरेश त्रेहन ने अन्ना की मेडिकल जांच के बाद रात नौ बजे बताया कि उनके रक्त जांच के परिणाम तथा रक्तचाप और धड़कनें स्थिर हुई हैं और कल से बेहतर हैं। डाक्टर ने कहा कि हजारे के स्वास्थ्य पर पूरी निगरानी रखी जाएगी और रात में भी एक बार मेडिकल जांच के बाद जानकारी दी जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि सरकार के दो मंत्री कपिल सिब्बल और पी चिदंबरम लोकायुक्तों के गठन के विरोध में हैं, सरकार ने हमें रात को साढे आठ बजे वार्ता के लिए बुलाया है। उधर, सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा कि अगर सरकार अनशन के पहले ही दिन बातचीत के लिए सही नुमाइंदे तय कर देती, तो अब तक बातचीत किसी नतीजे तक पहुंच जाती। उन्होंने कहा कि सरकार हजारे के सत्याग्रह को हठ कह रही है, सरकार के मंत्रियों का कहना है कि सभी राज्यों में लोकायुक्त की नियुक्ति करने का कानून संसद में पारित करना अनुचित होगा लेकिन उनकी यह बात गलत है। अन्ना अपने अनशन के नौवें दिन शाम को पांच बजे मंच पर एक बार फिर आए और उन्होंने उपस्थित जनसमूह से कहा, डाक्टरों ने कहा है कि मेरी तबीयत ठीक है और आप लोगों की उर्जा, भगवान का आशीर्वाद और डाक्टरों के प्रयासों से मुझे कुछ नहीं होगा। उन्होंने भावुक अंदाज में यह भी कहा, शरीर है उसकी कोई गारंटी नहीं होती, देश की भलाई के लिए मृत्यु भी आ गई तो मेरा सौभाग्य होगा। इससे पहले अन्ना ने कहा, मेरे अनशन को नौ दिन हो गये हैं और अभी नौ और दिन मुझे कुछ नहीं होगा। पांच बजे के बाद अन्ना काफी देर तक मंच पर बैठे रहे। अन्ना के आंदोलन को समर्थन जताने राजधानी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्र रात में मशाल जुलूस के साथ रामलीला मैदान में पहुंचे। इस आंदोलन को समर्थन देने नोएडा के भट्टा पारसौल गांव से सैकड़ों किसान और मध्य प्रदेश से आदिवासी भी आए और उन्होंने अपना पारंपरिक नृत्य भी किया। इसके अलावा लेखक शिव खेड़ा और हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव भी अन्ना के मंच पर पहुंचे। अन्ना के समर्थन जताने वाले संगठनों में नेशनल हाकर्स एसोसिएशन के अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस एसोसिएशन के प्रतिनिधि के रूप में सुबोध यादव में समर्थन जताया।


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