यह ख़बर 11 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

हिसार उपचुनाव : कांग्रेस, हुड्डा की प्रतिष्ठा दांव पर

खास बातें

  • हिसार लोकसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में अबतक त्रिकोणीय मुकाबला समझा जा रहा था। लेकिन सप्ताहांत से यहां एक नया मोड़ आ गया है।
हिसार:

हिसार लोकसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में अबतक त्रिकोणीय मुकाबला समझा जा रहा था। लेकिन सप्ताहांत से यहां एक नया मोड़ आ गया है। प्रारम्भ में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) और हरियाणा जनहित कांग्रेस-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन के बीच था। लेकिन कांग्रेस विरोधी प्रचार के साथ अन्ना समर्थकों के मैदान में कूदने के बाद चुनावी परिदृश्य बदल गया है। यह चुनाव अब स्थानीय मुद्दों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इसने एक राष्ट्रीय रंग ले लिया है। अन्ना समर्थक तीन-चार दिनों से खुलेआम कांग्रेस के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। इसके कारण हरियाणा में सत्ताधारी कांग्रेस और खासतौर से मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। तीनों मुख्य उम्मीदवारों के लिए इस सीट पर कब्जा करना कठिन हो गया है। एचजेसी के कुलदीप बिश्नोई दिवंगत भजनलाल के बेटे हैं, इनेलो के अजय चौटाला पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के बेटे हैं, और कांग्रेस के जयप्रकाश तीन बार सांसद रह चुके हैं। इस चुनाव में बिश्नोई को भाजपा का समर्थन है। यह सीट भजन लाल के निधन के बाद जून में रिक्त हुई थी। भजनलाल हरियाणा के तीन बार मुख्यमंत्री रहे और राजनीतिक दलबदल के लिए बदनाम रहे। उन्होंने मई 2009 में इस सीट पर जीत हासिल की थी। हिसार सीट के लिए 13 अक्टूबर को मतदान होगा, और चुनाव परिणाम 17 अक्टूबर को घोषित किया जाएगा। एचजेसी-भाजपा गठबंधन और इनेलो के ताकतवर उम्मीदवारों के मैदान में होने के कारण मुख्यमंत्री हुड्डा लगभग 15 दिनों से हिसार में डेरा जमाए हुए हैं, ताकि सीट कांग्रेस के कब्जे में आ जाए। अन्ना के एक प्रमुख सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने यहां कहा, "मुख्यमंत्री यहां लगभग 15 दिनों से डेरा डाले हुए हैं। यहां तक कि उनके बेटे भी हिसार में जमे हुए हैं। कांग्रेस नेता कह रहे हैं कि सोनिया गांधी की प्रतिष्ठा दांव पर है।" केजरीवाल ने कहा, "हमने किसी से भी नहीं कहा है कि वे भाजपा या अन्य किसी दल या उम्मीदवार को वोट दें। हम केवल यह कह रहे हैं कि कांग्रेस को वोट न दें, क्योंकि इस पार्टी ने प्रभावी जन लोकपाल विधेयक को लाने का विरोध किया है और यह भ्रष्ट लोगों को बचाना चाहती है। हिसार के मतदाता बाकी बचे किसी भी उम्मीदवार को चुन सकते हैं।" हुड्डा इस सच्चाई के बावजूद कि हिसार उपचुनाव का परिणाम किसी और की झोली में जा सकता है, वह लगातार गांवों व कस्बों का दौरा कर रहे हैं और अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं।


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