फैसले के बाद बोला याकूब का भाई, 'न्यायपालिका और ऊपर वाले पर भरोसा है'

फैसले के बाद बोला याकूब का भाई, 'न्यायपालिका और ऊपर वाले पर भरोसा है'

याकूब मेमन (फाइल चित्र)

नई दिल्ली:

याकूब मेमन की दया-याचिका को अगर राष्ट्रपति खारिज कर देते हैं तो गुरुवार की सुबह मेमन को फांसी हो जाएगी। याकूब की पत्नी मुंबई से नागपुर के लिए रवाना हो सकती हैं जहां की सेंट्रल जेल में याकूब को रखा गया है।

मेमन के भाई सुलेमान और चचेरे भाई उस्मान नागपुर के एक होटल में  फांसी की सज़ा के खिलाफ याकूब की दायर की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार कर रहे थे। 1993 मुंबई बम धमाकों के आरोपी याकूब की याचिका को सुप्रीम कोर्ट के खारिज करने पर सुलेमान ने कहा 'मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है, मुझे ऊपर वाले पर भरोसा है।' वह मीडिया से बार बार कह रहे थे 'मुझे अकेला छोड़ दीजिए।'

महाराष्ट्र सरकार के डेथ वारंट का सुप्रीम कोर्ट ने समर्थन करते हुए कहा कि याकूब मेमन को नागपुर के जेल में 30 जुलाई, सुबह 7 बजे फांसी दी जाएगी। बता दें कि याकूब कल 54 साल के होने वाले हैं। नागपुर के सेंट्रल जेल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सेक्यूरिटी में किसी भी तरह की सेंध ना हो इसलिए नागपुर पुलिस की दस सदस्यों की एक टीम को त्वरित कार्यवाही के लिए तैनात किया गया है।

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मुंबई में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और पुलिस अधिकारियों के बीच कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एक बैठक भी हुई है। याकूब मेमन, उन ग्यारह आरोपियों में से सिर्फ एक हैं जिनकी फांसी की सज़ा को बरकरार रखा गया है, बाकी सभी की सज़ा, उम्र कैद में तब्दील हो चुकी है।