नई दिल्ली: आठ अक्टूबर को होने वाले वायुसेना दिवस का फुल ड्रेस रिहर्सल मंगलवार को गाजियाबाद के हिडंन एयरबेस पर हुआ। इस मौके पर लड़ाकू विमानों के साथ ट्रांसपोर्ट और हेलीकॉप्टर ने फ्लाइ पास्ट में हिस्सा लिया।
दो दिन बाद गुरुवार को भारतीय वायुसेना को 83 साल होने जा रहे हैं। उम्र बढ़ने के साथ लोग बूढ़े होते जाते हैं, लेकिन वायुसेना और जवां होती जा रही है। पुराने विमान रिटायर हो रहे हैं तो नए शामिल भी हो रहे हैं।
गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर हुई रिहर्सल में पांच साल बाद पहली बार सूर्यकिरण टीम दिखी। यह टीम अपने नये विमान हॉक के साथ यहां मौजूद थी। आसमान में इनके करतबों ने दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी।
आकाश से ही आकाशगंगा की टीम ने जब पैराजंपिंग की तो लोगों ने दांतो लगे उंगुली दबा ली।
वहीं दुनिया में हेलिकॉप्टर की इकलौती एयरोबैटिक टीम यानी सारंग की टीम के कारनामे भी किसी मायने में कम नही थे। स्विटजरलैंड से पायलटों के प्रशिक्षण के लिए आई पिलाट्स ने अपने करतब से लोगों के मन मोह लिए।
वहीं विंटेंज एयरकाफ्ट की टीम में पहली बार 1940 के दशक का हार्वर्ड फ्लाइ करता हुआ नज़र आया, तो उसका साथ देने के लिए 1930 के दशक का टाइगर मोथ भी था। दोनों की जुगलबंदी आसमान में देखते ही बनी।
इसके अलावा मिग-29, जगुआर और सुखोई ने भी अपना दम दिखाया और यह भरोसा दिलाया कि सरहद इनके हाथों में सुरक्षित है। अमेरिका से लिए गए भारी भरकम परिवहन विमान सी-130 और सी-17 ने भी हिंडन के आकाश में गर्जना की।
कुल 18 फाइटर, 19 ट्रांसपोर्ट और 13 हेलीकाप्टरों ने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि मुसीबत आने पर यह देश की रक्षा में किसी से पीछे नहीं रहेंगे।