हैदराबाद यूनिवर्सिटी : रोहित के सुसाइड नोट के कटे-पिटे हिस्सों ने सवाल खड़े किए

हैदराबाद यूनिवर्सिटी : रोहित के सुसाइड नोट के कटे-पिटे हिस्सों ने सवाल खड़े किए

रोहित वेमुला के सुसाइड नोट का हिस्सा जो कटा हुआ है

हैदराबाद:

हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी का मामला उलझता जा रहा है। अब सवाल आत्महत्या करने से पहले रोहित की लिखी चिट्ठी पर उठ रहा है जिसमें एक पूरा हिस्सा पेन से हटा दिया गया है। विशेषज्ञ इस बात की पड़ताल में लगे हैं कि कहीं इस चिट्ठी किसी तरह की छेड़छाड़ तो नहीं की गई है। हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के एक कमरे में रविवार को रोहित ने फांसी लगा ली थी और यह सुसाइड नोट वहीं मिला था जिसे अब फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।

ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि चिट्ठी का यह हिस्सा खुद रोहित ने काटा हो क्योंकि उसके ठीक नीचे एक लाइन लिखी है 'मैंने खुद ने इन लाइनों को काटा है।' इसके ठीक नीचे रोहित के हस्ताक्षर भी हैं। सूत्रों के मुताबिक चिट्ठी को हैंडराइटिंग मैच के लिए फोरेंसिक जांच और बाकी पड़ताल के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने में अभी कुछ दिन लगेंगे।

'यूनियन से मोहभंग'
अंदाज़ा तो यह भी लगाया जा रहा है कि इन मिटाए हुए शब्दों में रोहित ने अपनी यूनियन अम्बेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन से मोहभंग होने की बात लिखी है। मामले और रहस्यमय इसलिए भी बनता जा रहा है क्योंकि 26 साल के इस युवक का शव उसके मौत के 6 घंटे बाद मिला है। इस समयावधि पर अभी तक किसी तरह की सफाई पेश नहीं की गई है।

बता दें कि रोहित वेमुला ने रविवार को हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के होस्टल के एक कमरे में खुदकुशी कर ली थी। इससे दो हफ्ते पहले रोहित और उसके चार दोस्तों को यूनिवर्सिटी से सस्पेंड कर दिया गया था और वह सभी कैंपस के बाहर तम्बू लगाकर रह रहे थे। इस मामले में केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय और मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सवालों के घेरे में हैं। वीसी अप्पा राव पोडली पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं।

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गुरुवार को यूनिवर्सिटी ने रोहित के बाकी चार दोस्तों के सस्पेंशन आदेश वापस ले लिए हैं। यह तब हुआ जब 15 दलित शिक्षकों ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि स्मृति ईरानी आत्महत्या के तथ्यों के साथ छेड़छाड़ कर रही हैं। ईरानी की कथित तौर पर तथ्यों के हेरफेर और इस त्रासदी को जातिवाद मामला न बताए जाने के लिए आलोचना की जा रही है।