पहले पोस्ट में लिखा, ISIS का समर्थन करता हूं, फिर कोर्ट में लगाई गुहार, ये तो मजाक था

पहले पोस्ट में लिखा, ISIS का समर्थन करता हूं, फिर कोर्ट में लगाई गुहार, ये तो मजाक था

प्रतीकात्मक फोटो

मेलबर्न:

इस्लामिक स्टेट के समर्थन में फेसबुक पर संदेश डालने के लिए पिछले साल गिरफ्तार किए गए भारतीय मूल के व्यक्ति ने अदालत को बताया है कि उसकी टिप्पणियां ‘‘व्यंग्यात्मक’’ थीं। यह व्यक्ति उड्डयन क्षेत्र का कर्मचारी रहा है।

‘फेयर वर्क कमीशन’ के समक्ष पेश होकर निर्मल सिंह ने अपने पूर्व नियोक्ता एयरोकेयर द्वारा की गई अपनी बर्खास्तगी को ‘अनुचित’ करार दिया और बर्खास्तगी के चलते हुए सात हजार डॉलर के नुकसान की भरपाई की मांग की।

हम सब ISIS का समर्थन करते हैं
आयोग को पता चला कि सिंह ने एचटी (हिज्ब उत-तहरीर) ऑस्ट्रेलिया द्वारा साझा की गई एक पोस्ट के ऊपर लिखा था ‘हम सब आईएसआईएस का समर्थन करते हैं’। यह पोस्ट इस्लामी चरमपंथी युवक फरहाद खलील मोहम्मद जबर द्वारा पुलिसकर्मी कुर्टिस चेंग को सिडनी में गोली मारने के बारे में थी।

गुप्त समूह से बात कर रहा था
कुल मिलाकर पांच ऐसी पोस्ट थीं, जिन्होंने एयरोकेयर को चिंता में डाल दिया। इनमें से दो में प्रधानमंत्री मैलकॉम टर्नबुल की तस्वीरें भी शामिल थीं। एयरोकेयर के सॉलिसिटर स्टीफन ह्यूग्स द्वारा की गई जिरह में सिंह ने कहा उसने एक अलग नाम से फेसबुक पर पोस्ट डाले थे और उसे लगा था कि वह एक ‘गुप्त समूह’ के साथ बात कर रहा था।

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)


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