नई दिल्ली: मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने सरकार को अपनी जलवायु परिवर्तन की नीति में बड़ा बदलाव करने की सलाह दी है। सुब्रमण्यम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली को लिखे पत्र में कहा है कि भारत को इस साल पेरिस में होने वाले महासम्मेलन से पहले ऐसे देशों के साथ गठजोड़ कर लेना चाहिए, जो अमीर हैं और जिनके पास कोयले का भंडार है।
सुब्रमण्यम की सलाह के मुताबिक, भारत को गरीब देशों और चीन, ब्राज़ील और साउथ अफ्रीका जैसे देशों से दूरी बना लेनी चाहिए, जिनके साथ अभी तक तालमेल बनाकर चला गया है।
अंग्रेजी अखबार बिजनेस स्ट्रैंडर्ड में छपी खबर के मुताबिक, अरविंद का कहना है कि भारत को अमीर देशों से पर्यावरण में फैलाये प्रदूषण के बदले मुआवज़ा मांगना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि अमीर और विकसित देश इसके लिए तैयार नहीं हैं।
उनके अनुसार, ऐसा करने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि विश्व में बड़े नेता के तौर पर मज़बूत होगी और सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सीट मिलने में आसानी होगी।
ग़रीबों का साथ छोड़ेगा भारत?
-मुख्य आर्थिक सलाहकार की पीएम, वित्तमंत्री की चिठ्ठी
-पर्यावरण पर नीति बदलने की दी गई सलाह
-गरीब देशों को छोड़ अमीरों के साथ खड़े होने की सलाह
-अमीर देशों से मुआवजा ना मांगने की सलाह
-केवल इमीशन घटाने पर विचार करने की सलाह
-सुरक्षा परिषद की सीट पर नज़र
-ऐसा कर पीएम की छवि विश्व में चमकाने में मिलेगी मदद