उम्मीद की किरण : 2030 तक दुनिया से गरीबी का सफाया हो सकता है...

उम्मीद की किरण : 2030 तक दुनिया से गरीबी का सफाया हो सकता है...

विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार भारत में गरीबी कम हो रही है

विश्व बैंक की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक 2012 में किसी भी देश के मुकाबले भारत में सबसे ज़्यादा गरीब आबादी थी लेकिन राहत की बात यह है कि गरीबी दर की जहां तक बात है तो बड़े गरीब देशों के बीच भारत का नंबर सबसे नीचे है।
 
इस रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में गरीबों की आबादी घटकर 10 प्रतिशत से नीचे आ सकती है।
 
बैंक के मुताबिक 'भारत में 2012 के दौरान सबसे ज्यादा संख्या में गरीब थे लेकिन यहां इनकी गरीबी की दर उन देशों में सबसे कम थी जहां सबसे ज्यादा गरीब रहते हैं।’

विश्वबैंक की मानें तो पिछले 25 साल से गरीबी घटाने के निरंतर प्रयास को देखते हुए 2030 तक यह दुनिया गरीबी खत्म करने के ऐतिहासिक लक्ष्य के करीब पहुंच जाएगी।

भारत में गरीबी कम हो रही है

रिपोर्ट के मुताबिक भारत में परिवारों के सर्वेक्षण के लिए अपनाए गए नए तरीके से पता चलता है कि यहां गरीबी और भी कम हो सकती है।

सबसे अधिक आबादी वाले चार देश - चीन, भारत, इंडोनेशिया और नाइजीरिया जो कभी निम्न आय वाले देश के तौर पर वर्गीकृत हुआ करते थे, अब निम्न मध्यम आय वर्ग में आ गए हैं।
 
विश्वबैंक ने कहा कि बुनियादी ढांचा एक महत्वपूर्ण माध्यम है जिससे खेतों और कंपनियों को जोड़ा जा रहा है। भारत में महिला और पुरुष मज़दूरों की आपूर्ति बढ़ने, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में विद्युतिकरण की वजह से खपत और आय में बढ़ोतरी हुई है।

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दुनिया भर में गरीबी घटेगी
 
नए आकंड़ों के मुताबिक बैंक का अनुमान है कि इस साल दुनिया भर में गरीबी घटकर 70.2 करोड़ रह जाएगी जो वैश्विक आबादी का 9.6 प्रतिशत है। 2012 में यह आंकड़ा 90.2 करोड़ था जो दुनिया भर की आबादी का 12.8 प्रतिशत हिस्सा था।
 
विश्वबैंक समूह के अध्यक्ष जिम योंग किम के मुताबिक ‘यह दुनिया भर में आज की सबसे अच्छी ख़बर है। इन अनुमानों से साफ है कि हम मानव इतिहास में वह पहली पीढ़ी होंगे जो निपट गरीबी का खात्मा कर सकती है।'