बीजेपी के लिए अंदरूनी राजनीति का अखाड़ा बना गुजरात का सांस्कृतिक कार्यक्रम

अहमदाबाद:

गुजरात सरकार का महत्वाकांक्षी सांस्कृतिक कार्यक्रम वड़ोदरा इंटरनेशनल कल्चरल फेस्टिवल (वडफेस्ट) राजनैतिक विवादों में फंस रहा है। 23 से 26 जनवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम का आयोजन एक एनजीओ गुजरात सरकार के साथ मिलकर कर रहा है, जिसमें जाने-माने कलाकार एआर रहमान भी शिरकत करेंगे।

लेकिन इस कार्यक्रम से नाराजगी सत्ताधारी बीजेपी के अपने ही विधायक जता रहे हैं। करीब आधा दर्जन विधायकों ने इसके खिलाफ खुले बयान दिए हैं। केतन इनामदार और योगेश पटेल समेत वड़ोदरा शहर और जिले के कई विधायक इस बात से नाराज़ हैं कि कार्यक्रम में उन्हें न्योता नहीं दिया गया। उन्हें लग रहा है कि अपनी ही सरकार होने के बावजूद प्रतिनिधियों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है। ये विधायक ऐसे आरोप भी लगा रहे हैं कि कार्यक्रम आम लोगों के लिए भी पहुंच से बाहर है, क्योंकि इसकी टिकटों के दाम 2,500 रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक के हैं।

सरकार इस विरोध से चिंता में है कि इतने बड़े पैमाने पर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में कहीं राजनीति हावी न हो जाए, इसलिए सीनियर नेताओं को नाराज़ विधायकों को समझाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।

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इस कार्यक्रम के कर्ताधर्ता राज्य के उद्योग मंत्री सौरभ पटेल हैं, जो पिछले विधानसभा चुनाव तक सौराष्ट्र की बोटाद सीट से लड़ते थे, लेकिन पिछले चुनाव में उन्हें वड़ोदरा शहर की सीट से लड़ाया गया। तभी से वड़ोदरा से पुराने समय से लड़ रहे विधायक नाराज़ हैं। उन्हें लग रहा है कि वड़ोदरा में वह लंबे समय से राजनीति कर रहे हैं, लेकिन शहर के विधायकों में अहमियत सौरभ पटेल को मिल रही है, और इसीलिए बीजेपी पार्टी भी थोड़ी चिंता में है।