इन्फोसिस कर्मी का शव प्‍लेटफॉर्म पर पड़ा रहा, पुलिस आखिरकार कहां थी: मद्रास हाईकोर्ट

इन्फोसिस कर्मी का शव प्‍लेटफॉर्म पर पड़ा रहा, पुलिस आखिरकार कहां थी: मद्रास हाईकोर्ट

स्‍वाति का शव कुछ घंटों तक प्लेटफॉर्म पर पड़ा रहा।

चेन्नई:

इन्फोसिस कंपनी की 24 वर्षीय कर्मचारी को चेन्नई में एक व्यस्त रेलवे स्टेशन पर मौत के घाट उतार दिए जाने की घटना के तीन दिन बाद एक कोर्ट ने  मामले की जांच को लेकर गंभीर सवाल उठाए। कोर्ट ने पुलिस को हत्यारे की तलाश के लिए दो दिन का वक्त दिया है।

मद्रास हाईकोर्ट ने कार्रवाई को लेकर चेतावनी देते हुए कहा, 'क्‍या वहां दो दिन के बाद भी ढिलाई बरती जा रहा है।' गौरतलब है कि स्‍वाति एस की शुक्रवार को उस व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गई थी जो कि उसका कई दिन से पीछा कर रहा था। स्‍वाति जब चेन्नई से 60 किमी दूर स्थित अपने ऑफिस जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रही थी तभी इस युवक ने उस पर हमला किया। खून से लथपथ स्वाति प्लेटफॉर्म पर पड़ी रही। अफसोस की बात यह रही कि जिन लोगों ने यह हमला होते हुए देखा था, वे या तो अगली ट्रेन पर सवार हो गए या अपनी ओर से कोई 'प्रतिक्रिया' नहीं दी।

कोर्ट ने पुलिस से पूछा, 'आपके पुलिस अधिकारी कहां थे। स्‍वाति की शव दो घंटे तक किसी 'प्रदर्शनी' की तरह पड़ा रहा। भारतीय संविधान के तहत आखिर मृतक को भी सम्‍मान का अधिकार मिला हुआ है।' पुलिस की ओर रिलीज फुटेज में देखने में आया है कि संदिग्ध पीठ पर बैग लादे तेजी से जा रहा है। एक अन्य क्लिप में यही शख्‍स प्‍लेटफॉर्म पर अपराध के स्‍थान से दौड़ते हुए दिख रहा है।

हाईकोर्ट ने चेन्नई पुलिस से उस रिपोर्ट के बारे भी जानकारी मांगी जिसमें आरोप लगाया गया था कि रेलवे पुलिस के साथ उसके समन्वय में कमी थी।  पुलिस के इस बयान कि हत्‍या  उसके अधिकार क्षेत्र में नहीं हुई और वह रेलवे पुलिस के साथ सहयोग करेगी, पर भी कोर्ट ने तीखी प्रतिक्रिया व्यस्त की। कोर्ट ने कहा, 'आपको तुरंत केस को ट्रांसफर करना चाहिए था।'

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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