यह ख़बर 06 जुलाई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

मारन को कैबिनेट से हटाया जाना चाहिए : जयललिता

खास बातें

  • जयललिता ने टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले की सीबीआई जांच के दायरे में आ रहे कपड़ा मंत्री दयानिधि मारन को केन्द्रीय कैबिनेट से तत्काल हटाने की मांग की।
नई दिल्ली:

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले की सीबीआई जांच के दायरे में आ रहे कपड़ा मंत्री दयानिधि मारन को केन्द्रीय कैबिनेट से तत्काल हटाने की बुधवार को मांग की। जयललिता ने यह भी कहा कि सीबीआई ने मारन पर चेन्नई आधारित टेलीकाम प्रोमोटर पर मलेशियाई कंपनी को शेयर बेचने का जो आरोप लगाया है, वह बहुत पहले होना चाहिए था और एजेंसी ने बस वही किया है जो देश उससे अपेक्षा कर रही थी। मुख्यमंत्री ने योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, दयानिधि मारन से नैतिक जिम्मेदारी कबूल करने और इस्तीफा देने की अपेक्षा करने से कोई फायदा नहीं है। यही समय है जब प्रधानमंत्री उन्हें केन्द्रीय मंत्रिमंडल से हटा दें। उन्होंने यह बात इस सवाल पर कही कि क्या वह उम्मीद करती हैं कि टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले की सीबीआई की स्थिति रिपोर्ट में अपना नाम आने के बाद मारन इसकी नैतिक जिम्मेदारी कबूल करेंगे और इस्तीफा देंगे। जयललिता ने कहा, सीबीआई ने आज जो कदम उठाया, वह सही समय पर उठाया गया कदम है। यह बहुत दिनों से लंबित था। मुझे खुशी है कि उन्होंने इसे आज अंजाम दिया। वर्ष 2004-2007 में दूरसंचार मंत्री के अपने कार्यकाल के दौरान एयरसेल को स्पेक्ट्रम आबंटन में कमिशन लेने के आरोपों के उभरने के साथ ही जयललिता ने केन्द्रीय कैबिनेट से उनके इस्तीफे की मांग शुरू कर दी थी। सीबीआई ने टूजी स्पेक्ट्रम आबंटन घोटाले पर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2004-2007 के दौरान चेन्नई स्थित एक टेलीकाम प्रोमोटर :शिवशंकरन: पर एयरसेल में अपने शेयर एक मलेशियाई कंपनी को बेचने का दबाव डाला गया था।


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