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खास बातें
- मां-बाप को कश्मीर में आतंकियों ने मार डाला था और अब बेटी को फेसबुक के आतंकियों ने मरने के लिए मजबूर कर दिया।
जालंधर: मां-बाप को कश्मीर में आतंकियों ने मार डाला था और अब बेटी को फेसबुक के आतंकियों ने मरने के लिए मजबूर कर दिया।
यह हकीकत है जालंधर में पढ़ने वाली रक्षा की, जिसने फेसबुक पर कुछ मनचले युवकों द्वारा सताए जाने के कारण आत्महत्या कर ली है। रक्षा द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट को देखते हुए पुलिस ने इस मामले में जालंधर के ही दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि रक्षा ने अपने सुसाइड नोट में इन दो युवकों का ही नाम लिखा है। जालंधर के मेहरचंद पोलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाली रक्षा अब इस दुनिया में नहीं रही। मंगलवार की रात रक्षा ने अपने होस्टल के कमरे में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली।
रक्षा मूल रूप से जम्मू-कश्मीर से सम्बंधित थी, लेकिन उसके माता-पिता को 1997 में आतंकियों ने मार डाला था। तब से रक्षा की परवरिश का जिम्मा जम्मू की समाजसेवी संस्था एसओएस विलेज ने उठाया था।
संस्था ने उसे जालंधर के मेहरचंद पोलिटेक्निक कॉलेज में दाखिला दिलवाया था। रक्षा जालंधर के डीएवी कॉलेज के गर्ल्स होस्टल में रहती थी। होस्टल के वॉर्डन के अनुसार रक्षा का शव पंखे से लटकता पाया गया। रक्षा ने अपने सुसाइड नोट में लवप्रीत और दीपक सैनी नाम के दो युवकों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
वार्डन ने बताया कि रक्षा ने लिखा है कि यह दोनों युवक उसे फेसबुक पर अश्लील सन्देश भेजते थे, जिनसे वह परेशान हो चुकी थी। पुलिस ने सुसाइड नोट और लाश को कब्जे में लेकर फ़ौरन कार्रवाई शुरू की। लाश को पोस्टमोर्टम के लिए भेज दिया गया, जबकि सुसाइड नोट में जिक्र दोनों युवकों लवप्रीत और दीपक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लवप्रीत ने बताया की रक्षा ने पहले उसे गालियां देनी शुरू की थीं, जिसका जवाब उसने भी रक्षा को फेसबुक पर मैसेज भेज कर दिया।
अब जहां रक्षा की मौत के पश्चात लवप्रीत को उसकी मौत का अफसोस भी है और पछतावा भी, मगर वह खुद को इसका कसूरवार मानने से इनकार करता है। वहीं, दीपक खुद इस सारे मामले में खुद को फंसाने की बात कह रहा है।