लालू प्रसाद और नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: जेडीयू-आरजेडी गठंबधन चाहता है कि बिहार में इस बार विधानसभा चुनाव एक चरण में होना चाहिए। पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में छह चरण में मतदान हुआ था। राज्य में इस बार सत्ता पाने के लिए जेडीयू-आरजेडी गठंबधन और बीजेपी नीत एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला है।
जेडीयू नीत गठबंधन को लगता है कि यदि चुनाव कई चरणों में होता है तो हफ्तों चलने वाले चुनाव प्रचार अभियान में धन और संसाधन के मामले में संपन्न बीजेपी को लाभ मिल सकता है। इसलिए जेडीयू नीत गठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को निर्वाचन आयोग जाएगा और राज्य की 243 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान कराने की मांग करेगा।
जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने दावा किया कि बिहार चुनाव जो संभवत: अक्टूबर और नवंबर में होगा, 'अत्यधिक खर्चीला' चुनाव होगा, जिसमें बीजेपी नीत प्रतिद्वंद्वी गठबंधन 'बेतहाशा खर्च' कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले गठबंधन को आशंका है कि बीजेपी राजनीतिक लाभ उठाने के लिए त्यौहारों के समय स्थिति का 'सांप्रदायीकरण' कर सकती है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'इन सप्ताहों में दुर्गा पूजा, दीवाली और छठ जैसे त्यौहार पड़ेंगे। दशहरा और मोहर्रम एक ही दिन पड़ रहे हैं। बीजेपी और इससे जुड़े संगठन राजनीतिक कारणों से स्थिति का सांप्रदायीकरण कर सकते हैं। हम इस अवधि के आसपास मतदान नहीं चाहते। सबसे अच्छा होगा कि एक ही दिन में चुनाव संपन्न करा लिया जाए।'