यह ख़बर 18 अक्टूबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

शंकराचार्य को गिरफ्तार कर प्राथमिकी दर्ज करें झारखंड डीजीपी : अनुसूचित जाति आयोग

जालंधर:

झारखंड की राजधानी रांची में पुरी पीठ के शंकराचार्य के मंदिरों में दलितों के प्रवेश संबंधी कथित बयान पर कडा संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेज कर मामले में प्राथमिकी दर्ज करने और जगतगुरु को गिरफ्तार कर 15 दिन में कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राज कुमार वेरका ने आज संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पुरी पीठ के शंकराचार्य का वह बयान निंदनीय है, जिसमें उन्होंने दलितों को मंदिरों में प्रवेश पर रोक को उचित बताया था।

वेरका ने कहा, 'शंकराचार्य जगतगुरु हैं। उनका यह बयान निंदनीय है और आयोग इसकी भर्त्सना करता है। इस मामले में आयोग ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर शंकराचार्य के इस बयान की जांच करने तथा उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। झारखंड के पुलिस प्रमुख को 15 दिन के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया है।'

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गौरतलब है कि कल रांची में कुछ पत्रकारों से बातचीत में पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कथित रूप से मंदिरों में दलितों के प्रवेश पर रोक को उचित करार दिया था।