खास बातें
- सेना का यह भी कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि ये हत्या आतंकियों ने की है। उन लोगों ने भीड़ का सहारा लेकर सेना पर हमला किया और हिंसा फैलाने की कोशिश की।
कश्मीर: कश्मीर के बारामूला में हुई फायरिंग के मामले में सेना ने आंतरिक जांच के आदेश दे दिए हैं। हालांकि सेना का दावा है कि फायरिंग में जिस लड़के की मौत हुई है, वह उनकी तरफ से नहीं की गई थी।
सेना की तरफ से दिए गए एक बयान में कहा गया है कि एक प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सेना पर हमला कर दिया था और
हालात को बिगड़ता देख सेना की तरफ से हवाई फायरिंग की गई थी, लेकिन उन्होंने लोगों को निशाना नहीं बनाया। सेना का यह भी कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि ये हत्या आतंकियों ने की है। उन लोगों ने भीड़ का सहारा लेकर सेना पर हमला किया और हिंसा फैलाने की कोशिश की।
उधर, गोलीबारी में एक युवक की मौत के बाद कानून व्यवस्था की समस्या पैदा होने की आशंका से कश्मीर घाटी के 10 थाना क्षेत्रों में एहतियाती उपाय के तहत कर्फ्यू लगा दिया गया।
इसके साथ ही पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है, जिसमें युवक की मौत के साथ सेना के कर्नल दलबिंदर सिंह को दोषी ठहराया गया है, जबकि सेना ने आरोपों से इनकार किया है।
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि पुराने शहर के रैनावारी, खानयार, नौहट्टा, सफर कदल और महाराजगंज थाना क्षेत्र और नए शहर के जादीबल, मैसुमा और कलां खाउद में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि बारामूला और सोपोर में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है।
उधर, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा में बताया कि बारामुला में गोलीबारी की घटना में युवक की मौत मामले में एक जांच करायी जाएगी। उन्होंने बताया कि दोषी पाये जाने वालों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने सदन में कहा कि भीड़ पर गोलीबारी अनुचित थी।