यह ख़बर 28 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

पश्चिम बंगाल में और 16 शिशुओं की हुई मौत

खास बातें

  • बर्दवान जिले में 12 और कोलकाता में चार शिशुओं की मौत हो जाने से सरकारी अस्पतालों में मरने वाले शिशुओं की संख्या बढ़कर 28 हो गई।
कोलकाता:

प. बंगाल के बर्दवान जिले में 12 और कोलकाता में चार शिशुओं की मौत हो जाने से सरकारी अस्पतालों में मरने वाले शिशुओं की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी। बर्दवान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के उप निरीक्षक तपस कुमार घोष ने कहा, "पिछले गुरुवार से अब तक 12 शिशुओं की मौत हुई है। सात शिशुओं को शिशु वार्ड में और पांच को नर्सरी वार्ड में भर्ती किया गया था। इनकी हालत नाजुक थी।" उन्होंने कहा कि इन शिशुओं की हालत पहले से ही गम्भीर थी और अस्पताल में उचित सुविधाओं का अभाव था। घोष ने कहा, "इस अस्पताल की क्षमता 60 मरीजों को भर्ती करने की है लेकिन गुरुवार को 151 मरीजों को भर्ती किया गया था।" सूत्रों ने कहा कि कुछ बच्चों का वजन बहुत ही कम था जबकि अन्य मस्तिष्ककोप, सेप्टीसीमिया या दूसरी तरह की गम्भीर बीमारी से पीड़ित थे। जिला दंडाधिकारी ओएस मीणा ने बर्दवान जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर इस अस्पताल में हालात का जायजा लेने के लिए रवाना हुए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ऐसे अस्पतालों के अधिकारियों से विवरण रिपोर्ट की मांग की है। कोलकाता में 'बीसी राय बाल अस्पताल' में सबसे अधिक शिशुओं की मौते हुई हैं। इसमें मरने वाले शिशुओं की संख्या बढ़कर 16 हो गई। इस अस्पताल के अधीक्षक दिलीप कुमार पॉल ने गुरुवार को इन मौतों को सामान्य घटना बताया था। उन्होंने कहा, "हमारे लिए यह एक सामान्य बात है। मरने वाले बच्चों को यहां गम्भीर हालत में लाया गया था।" इसके पहले इसी अस्पताल में जून में 18 शिशुओं की मौत हुई थी जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर इस मामले की जांच की गई थी जिसमें चिकित्सकों को क्लीन चिट दे दी गई थी।


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