खास बातें
- प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने लोकपाल के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक से पहले मंगलवार को विचार विमर्श किया।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने लोकपाल के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक से पहले मंगलवार को विचार विमर्श किया। इस बैठक का आयोजन ऐसे दिन किया गया जब डॉ सिंह लोकपाल के मुद्दे पर संप्रग के सहयोगी दलों के साथ विचार विमर्श करने वाले थे, खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मुद्दे पर असफलता के बाद यह ऐसी पहली कवायद रही। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस कोर समूह की इस बैठक में वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी, गृह मंत्री पी चिदंबरम, रक्षा मंत्री एके एंटनी और कांग्रेस अध्यक्ष के निजी सचिव अहमद पटेल उपस्थित थे जिसमें लोकपाल मुद्दे पर चर्चा हुई। डॉ सिंह की संप्रग नेताओं के साथ बैठक में ऐसे समय में सत्ताधारी गठबंधन का एकीकृत विचार प्रस्तुत किए गए जब उस पर कमजोर विधेयक लेकर आने के लिए विपक्षी दलों और अन्ना हजारे की ओर से हमले हो रहे हैं। गत सप्ताह सरकार को खुदरा क्षेत्र में 51 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति के अपने निर्णय को महत्वपूर्ण सहयोगी दलों तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक के विरोध जताने के चलते स्थगित करना पड़ा था। संप्रग के इन दोनों सहयोगी दलों ने सरकार से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की थी। लोकपाल विधेयक के संसद सत्र के वर्तमान शीतकालीन सत्र से दो दिन पहले 20 दिसम्बर को लोकसभा में विचार के लिए आने की संभावना है।