यह ख़बर 16 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

भंवरी की गुमशुदगी का भंवर मदेरणा को ले डूबा

खास बातें

  • मुख्यमंत्री ने भंवरी देवी के लापता होने के मामले में कथित संलिप्तता के कारण बढ़ती आलोचना के मद्देनजर जल संसाधन मंत्री मदेरणा को हटा दिया है।
जयपुर:

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नर्स भंवरी देवी के लापता होने के मामले में कथित संलिप्तता के कारण बढ़ती आलोचना के मद्देनजर जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा को मंत्रिमंडल से हटा दिया है। भंवरी एक सितम्बर से लापता है। इस बीच, मदेरणा इस प्रकरण पर पार्टी के केंद्रीय नेताओं के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए रविवार को दिल्ली रवाना हुए। इससे पहले राज्य सरकार ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का आदेश दिया था। सीबीआई ने 11 अक्टूबर को यह मामला अपने हाथ में लिया था। ज्ञात हो कि एक सरकारी अस्पताल में नर्स भंवरी देवी 25 अगस्त से ही अपनी ड्यूटी से गैरहाजिर है। उसने कुछ दिनों के लिए घर जाने की बात कही थी। वह एक सितम्बर से ही लापता है। उसके पति ने अगले दिन शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने मदेरणा पर भंवरी का अपहरण, उसका बलात्कार और हत्या करवाने का आरोप लगाया है। सूत्रों का कहना है कि गहलोत ने मदेरणा को हटाने का निर्णय उच्च न्यायालय के यह कहने के बाद लिया कि राज्य सरकार इस मामले के प्रति गंभीर नहीं है। राजस्थान उच्च न्यायालय ने पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा था कि इस प्रकरण में जिन लोगों के नाम दर्ज हैं, उन सभी से पूछताछ क्यों नहीं की गई। एक सीडी में भंवरी देवी को राज्य के मंत्री महिपाल मदेरणा के साथ कथित रूप से आपत्तिजनक अवस्था में दिखाया गया है। अदालत ने स्पष्टीकरण तब मांगा जब भंवरी के पति अमरचंद के वकील ने प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में नाम दर्ज होने के बावजूद मदेरणा से अभी तक पूछताछ नहीं किए जाने पर आपत्ति उठाई। एफआईआर में भंवरी देवी के साथ बलात्कार, अपहरण और उसकी हत्या का आरोप लगाया गया है। अमरचंद के आरोपों के मद्देनजर अदालत ने पुलिस से पूछा था कि इस मामले में राज्य के कैबिनेट मंत्री की भूमिका की जांच क्यों नहीं की गई।


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