महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे फिर विवादों में, सामने आया अपुष्ट ऑडियो क्लिप, पुजारी को दे रहीं धमकी

महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे फिर विवादों में, सामने आया अपुष्ट ऑडियो क्लिप, पुजारी को दे रहीं धमकी

पंकजा मुंडे (फाइल फोटो)

खास बातें

  • महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे का एक कथित ऑडियो क्लिप सामने आया है
  • भाषण की अनुमति लेने के लिए एक मंदिर के पुजारी को कथित तौर पर दे रहीं धमकी
  • बोलीं- मैं आप लोग को खरीद सकती हूं लेकिन ऐसा नहीं कर रही
मुंबई:

महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे का कथित तौर पर एक ऑडियो क्लिप सामने आया है. इसके बाद वह फिर से विवादों में फसंती दिख रही हैं. इस अपुष्ट ऑडियो में वह दशहरा पर एक भाषण की अनुमति लेने के लिए अहमदनगर जिले के भगवानगढ पहाड़ी मंदिर के एक पुजारी को धमकी दे रही हैं.

इसमें कथित तौर पर देखा जा सकता है कि पंकजा परली में नामदेव शास्त्री महाराज के समर्थकों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराने की भी बात कह रही हैं. बातचीत में उन्होंने कथित तौर पर कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में छोटे- छोटे कामों को वित्तपोषण वाली एक योजना 25-15 के तहत रुपया देकर किसी को भी खरीद सकती हैं.

पंकजा यह कहते सुनाई देती हैं, मैंने अपने लोगों से कहा है कि हम 11 अक्तूबर तक लड़ाई नहीं लड़ना चाहते हैं. मैं आप लोग को खरीद सकती हूं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहती हूं. जो कुछ भी अतीत में मैंने आपको दिया है आपने मांगा और मैंने दिया. क्या आपको याद है कि मैंने 25-15 योजना में से रुपये दिए अब मैं आपको रुपया नहीं दूंगी.

इस अपुष्ट ऑडियो के अनुसार, वह कह रही हैं, नामदेव शास्त्री जी के साथ क्या किया जाए इसके बारे में भविष्य में विचार किया जाएगा. हमें दशहरा समारोह करवाना है और इसलिए हम अपनी ओर से कुछ भी गलत नहीं करना चाहते. पंकजा को कहते सुना गया है, ‘हम सीधे भी नहीं हैं. हमारे लोग पारली में लोगों को पीट सकते हैं और उनके खिलाफ फर्जी मामले दायर करवा सकते हैं और यहां से जाने को विवश कर सकते हैं.’

ऑडियो क्लिप पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि यह मंत्री के द्वारा सत्ता का ‘घोर दुरुपयोग’ है और ऐसे में उन्हें तत्काल पद से हटा दिया जाना चाहिए. मुंडे ने कहा, ‘हम ऑडियो में सुनी उनकी बातों को लेकर बहुत गंभीर हैं. कानून बनाने के लिए जिम्मेदार लोग कानून को अपने हाथों में लेने की बात कर रहे हैं. उन्हें अब मंत्री के पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.’ उन्होंने आगे कहा कि लोगों के उत्थान के लिए बनी एक योजना से लोगों को खरीदने की बात करके वह सरकार के साथ ‘धोखा’ कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि कम से कम अब मुख्यमंत्री उन्हें क्लीन चिट देने का ड्रामा नहीं करेंगें.’

हालांकि इस मुद्दे पर पंकजा की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी लेकिन उनके निजी सचिव ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर प्रतिक्रिया देने से इंकार किया है. बता दें कि इस साल की शुरूआत में सूखाग्रस्त लातूर की अपनी यात्रा के दौरान सेल्फी लेने पर वह निशाने पर आ गयी थी.


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