हम नोटबंदी के साथ लेकिन 10 दिन की छूट और मिले, अकेले लड़ेंगे चुनाव : मुलायम सिंह यादव

हम नोटबंदी के साथ लेकिन 10 दिन की छूट और मिले, अकेले लड़ेंगे चुनाव : मुलायम सिंह यादव

मुलायम सिंह यादव (फाइल फोटो)

खास बातें

  • बीजेपी को सिर्फ आने वाला चुनाव दिख रहा है
  • नोटबंदी से पूरे देश में अराजकता का माहौल है
  • हफ्ते या 10 दिन के लिए यह फैसला वापस होना चाहिए
लखनऊ:

सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके साफ किया कि आने वाले चुनावों में गठबंधन नहीं करेंगे, सिर्फ सपा में विलय का रास्ता ही खुला है.

मोदी सरकार के 500 रुपये और 1000 रुपये के बैन को लेकर मुलायम ने कहा कि हम नोटबंदी के फैसले के साथ हैं लेकिन हफ्ते या 10 दिन की राहत मिलनी चाहिए. देश में अराजकता का माहौल चल रहा है.

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भाजपा की सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को छोटी-छोटी चीजें नहीं मिल रही हैं. बीमार लोगों को दवा नहीं मिल रही है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को तो बस उत्तर प्रदेश का चुनाव दिख रहा है. मुलायम ने कहा कि भाजपा को जनता की कोई परवाह नहीं है. ये लोग किसी भी कीमत पर उत्तर प्रदेश के चुनाव में जीत चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि नोट बंद होने से कल एक महिला की सदमे में मौत हो गई. आम जनता को जरूरत का सामान नहीं मिल रहा. देश की पूरी जनता इस समय बेहद परेशान है.

उन्होंने कहा कि भाजपा ने काला धन वापस लाने का वादा पूरा नहीं किया तो भारत में ही नोट बंद करा दिए. कालाधन को लेकर भाजपा ने झूठ बोला था. इन लोगों ने कालाधन देश में वापस लाने का वादा किया था.

सपा अध्यक्ष ने कहा, हम भी चाहते हैं कि चुनाव में काला धन न लगे. काला धन की लड़ाई सपा ने लड़ी. काला धन के खिलाफ हम भी हैं. एकाएक मोदी ने नोट बंद किए, यह ठीक नहीं है. नोट बंद होने से सोने के दाम बहुत बढ़े. सोने का दाम 30 से 45 हजार रुपये तोला हो गया.

हालांकि यूपी महागठबंधन बनाने को लेकर 'जनता परिवार' के नेताओं में बातचीत के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि सत्ताधारी सपा अपने दम पर चुनाव लड़ सकती है, लेकिन गठबंधन करने से 300 सीटें हासिल हो सकती हैं.

अखिलेश ने हालांकि कहा कि गठबंधन बनाना आसान नहीं है. उन्होंने कहा, 'नेताजी का अनुभव लंबा है. जो लोग गठबंधन से जुड़ना चाहते हैं, वे नेताजी से दूर भी रहे हैं और पास भी रहे हैं.' कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) के साथ मुलाकात के बारे में अखिलेश ने कहा कि पीके ने उनसे मिलने का समय मांगा था, उन्हें समय दे दिया ताकि कोई यह ना कहने पाए कि उनसे मिला नहीं. बैठक बढ़िया रही.


(इनपुट्स एजेंसी से भी)


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