LG और दिल्ली सरकार में फिर मतभेद, अबकी बार मुद्दा 'तिहाड़ जेल ब्रेक की जांच'

LG और दिल्ली सरकार में फिर मतभेद, अबकी बार मुद्दा 'तिहाड़ जेल ब्रेक की जांच'

नजीब जंग, अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

चाकचौबंद और सुरक्षा के लिहाज से एकदम दुरुस्त माने जाने वाले तिहाड़ जेल को तोड़कर कैदियों के भाग निकलने की घटना की जांच पर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल में मतभेद दिखाई दे रहा है। दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने तिहाड़ जेल में जेल ब्रेक की घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया। वहीं, दिल्ली सरकार ने कहा कि जांच संभागीय आयुक्त (पश्चिम जिला) को सौंपी जाए क्योंकि कारागार उनके अधिकार क्षेत्र में आता है।

उपराज्यपाल  नजीब जंग ने जिलाधिकारी (दक्षिण पश्चिम) अंकुर गर्ग को मामले की जांच का निर्देश दिया है और कहा है कि जांच की रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर सौंपें।

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जांच संभागीय आयुक्त (पश्चिम जिला) बी एस जगलान को सौंपी जानी चाहिए क्योंकि तिहाड़ जेल उनके क्षेत्राधिकार में आता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से लिखित जांच आदेश जारी किया जाना बाकी है।

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यहां बात दें कि दो विचाराधीन कैदी जेल में सुरंग बनाकर भाग गए थे। हालांकि उनमें से एक बाद में पकड़ लिया गया था लेकिन दूसरा अब भी फरार है। उसे पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है।

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उपराज्यपाल कार्यालय के एक वक्तव्य में कहा गया है, 'जिलाधिकारी (दक्षिण पश्चिम) अंकुर गर्ग जेल ब्रेक और सुरंग खोदने और जेल से कैदियों के भागने की घटना की जांच करेंगे।' उपराज्यपाल कार्यालय के अनुसार गर्ग की जांच उन कारकों और परिस्थितियों पर केंद्रित रहेगी जिससे यह घटना हुई। साथ ही दिल्ली की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक समीक्षा की जाएगी।