यह ख़बर 01 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

गरीबों के 1880 करोड़ खर्च हुए सोनिया के इलाज पर : मोदी

खास बातें

  • गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि उनकी विदेश यात्राओं पर सरकारी खजाने से 1880 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
नई दिल्ली:

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि उनकी विदेश यात्राओं पर सरकारी खजाने से 1880 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

दूसरी ओर जिस आरटीआई कार्यकर्ता को मिली जानकारी के आधार पर मोदी ने यह दावा किया है, उन्होंने इससे इनकार किया है। आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा ने बताया कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। 

मोदी ने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों के पूर्व अपनी एक महीने की यात्रा के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘कांग्रेस के उन मित्रों से जो हमारी सरकार पर अनियंत्रित खर्च करने का आरोप लगा रहे हैं, मैं पूछना चाहता हूं कि क्या यह सही नहीं है कि पिछले तीन साल में कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेश दौरों पर 1880 करोड़ रुपये सरकारी खजाने से खर्च किए गए।’ उन्होंन कहा कि इसका साफ अर्थ है कि सोनिया गांधी की विदेश यात्राओं पर जो खर्च किया गया, वह भावनगर, जामनगर, जूनागढ और राजकोट नगर निगम के कुल सालाना बजट से ज्यादा है।

मोदी ने कहा कि 12 जुलाई को एक समाचार पत्र में प्रकाशित एक रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने यह दावा किया है। मोदी के अनुसार वह रिपोर्ट सूचना का अधिकार कानून के तहत हरियाणा में हिसार के एक युवक के आवेदन पर सरकार से मिली जानकारी पर आधारित थी। उन्होंने कहा कि अब तक सरकार या सोनिया गांधी ने उस रिपोर्ट का खंडन नहीं किया है।

दूसरी ओर, कांग्रेस ने मोदी के इस आरोप को ‘गैरजिम्मेदाराना’ और ‘झूठा’ करार देते हुए खारिज कर दिया है।

पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि यह दुभाग्यपूर्ण है कि जिम्मेदारी वाले पदों पर बैठे व्यक्ति इस तरह का गैरजिम्मेदाराना बयान देते हैं। यह बौखलाहट और कुंठा की निशानी है। गुजरात के मुख्यमंत्री के बयान पर टिप्पणी कर हम ऐसे बयान और झूठ को सुशोभित नहीं करना चाहते।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

तिवारी ने साथ ही मुख्यमंत्री को कांग्रेस सांसदों की ओर से केन्द्रीय सर्तकता आयुक्त को सौंपे गये ज्ञापन की याद दिलाई जिसमें एक लाख करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री में सच्चाई उजागर करने की क्षमता है तो उन्हें इन आरोपों की अदालत की निगरानी में जांच का सामना करना चाहिए। तिवारी का कहना था कि जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं वे दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते।