यह ख़बर 10 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

रुश्दी के भारत लौटने पर सियासत गरमाई

खास बातें

  • विवादों में रहे लेखक सलमान रुश्दी को भारत नहीं आने देने की दारुल उलूम देवबंद की मांग के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है।
नई दिल्ली:

विवादों में रहे लेखक सलमान रुश्दी को भारत नहीं आने देने की दारुल उलूम देवबंद की मांग के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। सलमान रुश्दी 20 से 24 जनवरी तक राजस्थान के जयपुर में होने वाले साहित्य महोत्सत्व में हिस्सा लेने आने वाले हैं।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रशीद मसूद ने कहा है कि जयपुर के कार्यक्रम को रद्द कर देना चाहिए वहीं बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि है कि चुनाव के समय रुश्दी का आना ठीक नहीं होगा।

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राष्ट्रीय लोकदल के नेता कौकब हामिद ने कहा है कि रुश्दी को आने से रोकने के लिए तत्काल कदम उठाया जाना चाहिए। वहीं समाजवादी पार्टी ने नेता अहमद हसन ने रुश्दी को वीजा दिए जाने पर कहा कि यूपीए सरकार मुस्लिम विरोधी ताकतों को खुश करती आई है। दरअसल, रुश्दी के उपन्यास सैटेनिक वर्सेस को लेकर मुस्लिम जगत में काफी विरोध हुआ था और इस उपन्यास पर भारत में भी प्रतिबंध है।