यह ख़बर 06 मार्च, 2012 को प्रकाशित हुई थी

मछुआरा मामला : जेल से स्थानांतरित हो सकते हैं सुरक्षाकर्मी

खास बातें

  • दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोप में तिरूवनंतपुरम के केंद्रीय कारागार में बंद इटली के दो सुरक्षाकर्मियों को शीघ्र ही दूसरी जगह स्थानांतरित किया जा सकता है। सुरक्षाकर्मी कथित रूप से जेल के वातावरण से दुखी हैं।
तिरूवनंतपुरम:

दो भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोप में तिरूवनंतपुरम के केंद्रीय कारागार में बंद इटली के दो सुरक्षाकर्मियों को शीघ्र ही दूसरी जगह स्थानांतरित किया जा सकता है। सुरक्षाकर्मी कथित रूप से जेल के वातावरण से दुखी हैं।

इटली के शीर्ष और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच मंगलवार तड़के हुई बातचीत के बाद इस बात का खुलासा हुआ।

जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया, "दोनों सुरक्षाकर्मियों को जेल के एक कमरे में रखा गया है। इस कमरे में पहले केरल के पूर्व मंत्री आर बालकृष्णन पिल्लै को रखा जा चुका है।"

उन्होंने बताया, "न्यायालय के दिशानिर्देर्शो के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों के लिए भोजन बाहर से मंगाया जा रहा है और उन्हें किसी अन्य जगह स्थानांतरित किया जा सकता है कि नहीं इस पर चर्चा की जा रही है क्योंकि जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक विदेशी रक्षाकर्मियों को विशेषाधिकार मिले हुए हैं।"

ज्ञात हो कि कोल्लम के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सोमवार को दोनों सुरक्षाकर्मियों की हिरासत बढ़ाते हुए उन्हें 19 मार्च तक केंद्रीय कारागार भेजे जाने का आदेश दिया।

न्यायालय ने पुलिस को उन्हें जेल के अन्य कैदियों के साथ न रखने का निर्देश भी दिया। न्यायालय ने यह भी कहा कि यदि उन्हें सुरक्षा अपर्याप्त लगती है तो न्यायालय की अनुमति पर उन्हें किसी और जगह स्थानांतरित किया जा सकता है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

ज्ञात हो कि अदालत ने 20 फरवरी को दो भारतीय मछुआरों की हत्या करने पर इटली के सुरक्षाकर्मियों लातोर मैसिमिलानो एवं साल्वातोर गिरोन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा था। न्यायालय ने सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ के लिए उन्हें तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा था। इसके बाद उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई।