यह ख़बर 27 मार्च, 2012 को प्रकाशित हुई थी

नक्सली हमले में 12 जवान शहीद, 28 घायल

खास बातें

  • महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में मंगलवार को नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 12 जवान शहीद हो गए और 28 अन्य घायल हो गए।
नागपुर:

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में मंगलवार को नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 12 जवान शहीद हो गए और 28 अन्य घायल हो गए।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह हमला दोपहर से ठीक पहले हुआ। गढ़चिरौली जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर सीआरपीएफ के 40 जवान एक बस से फुस्तोला से धनोरा स्थित गत्ता गांव जा रहे थे।

अधिकारी ने बताया कि जवान जिले के नक्सली गढ़ वाले इलाके में एक अभियान के तहत निकले थे और जब उनका वाहन एक रिमोट नियंत्रित उन्नत विस्फोटक उपकरण के ऊपर से गुजरा तो उसमें विस्फोट हो गया।

गृह मंत्री आरआर पाटील ने मंगलवार शाम विधानसभा को बताया, "अब तक जो पुष्ट सूचनाएं मिली हैं, उसके अनुसार 12 जवान शहीद हो गए हैं और 28 से ज्यादा घायल हुए हैं।"

हमले के बाद महाराष्ट्र पुलिस, नक्सल-विरोधी अभियान दस्ता और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हुए और घायल जवानों को हेलीकॉप्टर के जरिए गढ़चिरौली पहुंचाया गया।

अधिकारी ने बताया कि गम्भीर रूप से घायल जवानों को वायु मार्ग से नागपुर ले जाया गया।

स्थानीय सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को दबोचने के लिए जंगल में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। आस-पास के इलाकों से दोपहर बाद तक कम से कम 60 लोगों को हिरासत में लिया गया और हमले से सम्बंधित सुराग पाने के लिए उनसे पूछताछ की गई।

सीआरपीएफ के महानिदेशक के. विजयकुमार जो मंगलवार को राज्य के दौरे पर थे, उन्होंने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह को घटना के बारे में जानकारी दी।

वहीं, मुम्बई में पाटील जो जिले के संरक्षक मंत्री भी हैं, उन्होंने खुद स्थिति पर नजर बनाए रखी और राहत एवं बचाव उपायों के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। स्थिति का जायजा लेने के लिए पाटील बुधवार को गढ़चिरौली का दौरा करेंगे।

महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकरनारायणन ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने इसे 'क्रूरता की हद' करार देते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

उल्लेखनीय है कि इलाके में मई 2009 से सुरक्षा बलों पर यह तीसरा बड़ा हमला है। नक्सलियों ने 21 मई 2009 को धनोरा में मुरुम गांव के पास पुलिस की एक टीम पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में पांच महिला कांस्टेबल सहित 16 लोगों की जान गई थी।

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भामरागाद उप जिले के लाहेरी के समीप आठ अक्टूबर 2009 को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 17 पुलिसकर्मी शहीद हुए। जबकि भामरागाद जंगलों के बेजुरफाटा गांव में 19 मई 2011 को नक्सलियों ने पुलिस के दो गश्ती दलों हमला कर चार जवानों को शहीद कर दिया।