यह ख़बर 12 मई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

कर्नाटक बीजेपी का संकट गहराया, येदियुरप्पा दे सकते हैं इस्तीफा

खास बातें

  • बीएस येदियुरप्पा जल्द ही पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि उनके समर्थक सात मंत्रियों और चार विधायकों ने भी अपना इस्तीफा येदियुरप्पा को सौंप दिया है।
बेंगलुरू:

कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की मांग पूरी ना होने पर पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के समर्थक 7 मंत्रियों और 6 विधायकों ने येदियुरप्पा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

येदियुरप्पा भी सोमवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देंगे। येदियुरप्पा कर्नाटक का मुख्यमंत्री बदले जाने की बात कह रहे हैं लेकिन बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व उनकी बात टालता जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक येदियुरप्पा इस बार आर−पार की लड़ाई के मूड़ में है अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वह बीजेपी छोड़कर नई पार्टी बना सकते हैं।

बताया जा रहा है कि येदियुरप्पा वर्तमान मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा की जगह अपने करीबी जगदीश शेट्ठार को मुख्यमंत्री बनवाना चाहते हैं।

उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा है कि उन्हें किसी भी मंत्री के इस्तीफे की जानकारी नहीं है।

गौड़ा ने कहा कि कर्नाटक बीजेपी में कोई संकट नहीं है। गौड़ा ने कहा है कि वह संसद के साठ साल पूरे होने पर कायर्क्रम की वजह से दिल्ली आ रहे हैं लेकिन कर्नाटक को लेकर पार्टी आलाकमान से बातचीत का कोई इरादा नहीं है।

येदियुरप्पा खेमे के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी से कुछ मंत्रियों के पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की शिकायत की थी जिसके बाद वे अपनी मांग पर दबाव डाल रहे हैं। अब इन समर्थकों ने मंत्रिमंडल से बाहर आने का फैसला किया है।

सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों - शोभा करंदलजे, बासवराज बोम्मई, उमेश कट्टी, सीएम उदासी, वी सोमन्ना, एमपी रेणुकाचार्य और मुरुगेश निरानी ने शाम को येदियुरप्पा को अपने-अपने इस्तीफे सौंप दिए।

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इन मंत्रियों में एक ने कहा, ‘हमारे नेता हमारे इस्तीफे पर फैसला करने के लिए स्वतंत्र हैं। चूंकि हम पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है, जबकि हमने ऐसा कुछ किया नहीं है, ऐसे में हमने इस्तीफा देना पसंद किया।’