यह ख़बर 26 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

अगर गुजरात दंगों का गुनहगार साबित हुआ, तो मुझे फांसी पर लटका दो : मोदी

खास बातें

  • सपा नेता शाहिद सिद्दीकी को एक उर्दू साप्ताहिक के लिए दिए गए इंटरव्यू में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर वह कहीं से भी गुनहगार पाए जाते हैं, तो उन्हें फांसी पर लटका दिया जाए।
नई दिल्ली:

पिछले दशक की शुरुआत में गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों को लेकर सालों से आरोप और आलोचनाएं झेलते आ रहे राज्य के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उर्दू के एक साप्ताहिक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि अगर वह इन मामलों में कहीं से भी गुनहगार पाए जाते हैं, तो उन्हें फांसी पर लटका दिया जाए।

मोदी द्वारा पहली बार किसी उर्दू पत्र को दिया गया यह इंटरव्यू समाजवादी पार्टी के नेता, पूर्व राज्यसभा सांसद और उर्दू साप्ताहिक 'नई दुनिया' के संपादक शाहिद सिद्दीकी ने लिया है, जिसमें गुजरात में वर्ष 2002 में हुए गोधरा कांड के बाद फैले दंगों समेत कई मुद्दों पर बात की गई। उल्लेखनीय है कि इन दंगों में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर मुस्लिम थे।

समाचारपत्र की आवरण कथा (कवर स्टोरी) के तौर पर छह पन्नों में प्रकाशित किए गए इस इंटरव्यू के बारे में सिद्दीकी ने कहा है, "मैंने उनसे (नरेंद्र मोदी से) पूछा, 'आप माफी क्यों नहीं मांगते? जब सोनिया गांधी, राजीव (गांधी) जी माफी मांग सकते हैं, आप माफी क्यों नहीं मांग सकते...' उन्होंने (नरेंद्र मोदी ने) कहा, 'अगर मैं दोषी पाया जाता हूं, तो मुझे फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए... और अगर मैं निर्दोष साबित होता हूं तो मीडिया को मेरी छवि बिगाड़ने के लिए मुझसे माफी मांगनी चाहिए...' "

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सिद्दीकी के अनुसार, इस इंटरव्यू का फैसला उन्होंने मुंबई में बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्मी हस्तियों - महेश भट्ट और सलीम खान - के साथ लंच के बाद लिया। उल्लेखनीय है कि फिल्मकार महेश भट्ट गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े आलोचक माने जाते हैं। सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें लगता था कि मोदी इंटरव्यू के लिए तैयार ही नहीं होंगे। उन्होंने बताया, "मेरे एक मित्र ने मोदी के कार्यालय से संपर्क किया था... मेरी एक ही शर्त थी कि इंटरव्यू के लिए कोई शर्त नहीं रखी जाएगी, और मैं हर तरह के सवाल पूछूंगा, खासतौर से गुजरात दंगों के बारे में..."