यह ख़बर 29 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

दूसरों के विभाग में दखल न दें मुख्यमंत्री चव्हाण : शरद पवार

खास बातें

  • पवार का यह बयान तब आया है जब पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि केंद्र में गठबंधन सरकार चलाने की मजबूरी होती है कि नौ सांसदों वाली पार्टी को भी तीन मंत्री पद देने पड़ते हैं।
नई दिल्ली:

एनसीपी और कांग्रेस के बीच बिगड़ते संबंधों पर अभी भी विराम नहीं लगा है। क्योंकि इन दोनों राजनैतिक पार्टी के संबंधों की जड़ जहां है वहां बयानबाज़ी का सिलसिला जारी है।

ताज़ा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने चेतावनी दी है। पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को दूसरों के काम में दखल नहीं देना चाहिए। पवार का यह बयान तब आया है जब पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि केंद्र में गठबंधन सरकार चलाने की मजबूरी होती है कि नौ सांसदों वाली पार्टी को भी तीन मंत्री पद देने पड़ते हैं।

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एनसीपी और कांग्रेस का यह विवाद महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में घोटाले के आरोपों के बाद उभरा है। महाराष्ट्र का सिंचाई विभाग एनसीपी के पास है और उसमें घोटाले की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की बात कही थी जिससे एनसीपी में खलबली मच गई। पार्टी अध्यक्ष और दूसरे बड़े नेताओं ने केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को नवी मुंबई में बोलते हुए शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दूसरों के विभागों में हस्तक्षेप न करें।