यह ख़बर 31 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

आरुषि के कपड़ों पर पाए गए निशान उसके ही खून के : फॉरेंसिक विशेषज्ञ

खास बातें

  • आरुषि-हेमराज दोहरे हत्याकांड में एक फॉरेंसिक विशेषज्ञ ने मंगलवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत में कहा कि आरुषि के कपड़ों तथा उसके बिस्तर की चादर पर पाए गए रक्त के नमूने उसके ब्लड ग्रुप से मिलते हैं।
गाजियाबाद:

आरुषि-हेमराज दोहरे हत्याकांड में एक फॉरेंसिक विशेषज्ञ ने मंगलवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत में कहा कि आरुषि के कपड़ों तथा उसके बिस्तर की चादर पर पाए गए रक्त के नमूने उसके ब्लड ग्रुप से मिलते हैं।

सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री के वैज्ञानिक बीके महापात्र ने अभियोजन पक्ष की ओर से अपनी गवाही के दौरान अदालत में कहा कि सीबीआई ने वैलेंटाइन्स व्हिस्की की जो बोतल जांच के लिए भेजी थी, उस पर आरुषि तथा उसके घरेलू नौकर हेमराज की उंगलियों के निशान पाए गए हैं।

अभियोजन पक्ष के छठे गवाह के रूप में महापात्र ने अदालत को बताया कि आरुषि के कपड़ों तथा बिस्तर की चादर पर मिले रक्त के नमूने उसके अपने थे।

महापात्र सुबह करीब 10.30 बजे अदालत में उपस्थित हुए। उन्होंने दोपहर दो बजे तक अपना बयान दर्ज कराया। उनका बयान बुधवार को रिकॉर्ड कराया जाएगा।

बचाव पक्ष के वकील मनोज सिसौदिया ने कहा कि महापात्र का बयान रिकॉर्ड होने के बाद बचाव पक्ष को उनसे सवाल पूछने की अनुमति दी जाएगी।

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आरुषि (14) का शव 16 मई, 2008 को उसके नोएडा स्थित आवास पर पाया गया था। अगले ही दिन घर की छत से घरेलू नौकर हेमराज का शव बरामद हुआ था। सीबीआई ने इस मामले में आरुषि के माता-पिता नूपुर व राजेश तलवार को आरोपी बनाया है। वे 30 अप्रैल से ही हिरासत में हैं।