यह ख़बर 23 फ़रवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

हैदराबाद हमले की जांच में प्रगति, बिहार में छापेमारी

खास बातें

  • आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद के दिलसुखनगर में गुरुवार को हुए दोहरे बम विस्फोट की जांच में पुलिस ने प्रगति हासिल की है।
हैदराबाद/पटना:

आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद के दिलसुखनगर में गुरुवार को हुए दोहरे बम विस्फोट की जांच में पुलिस ने प्रगति हासिल की है। राज्य की गृहमंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी ने शनिवार को यह बात कही। इस हमले में 16 लोग मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रविवार को हैदराबाद का दौरा कर हालात का जायजा लेंगे और घायलों से मिलेंगे।

इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के कथित सदस्यों की तलाश में बिहार के दो जिलों छापे मारी की। प्रारंभिक जांच में इसी आतंकवादी संगठन पर संदेह उभरा है।

संवाददाताओं के साथ बातचीत में गृहमंत्री सबिता इंद्रा ने कहा कि 24 घंटों के दौरान पुलिस के हाथ कई सुराग लगे हैं। उन्होंने मामले को हल कर लिए जाने और अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिए जाने का विश्वास जताया और कहा कि इस हमले के दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए सरकार हर संभव कदम उठाएगी।

गृहमंत्री ने कहा कि आतंकवादी हमले की जांच के लिए हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस कमिशनरी ने 15 टीमों का गठन किया है जिसमें 5 से 10 अधिकारियों को शामिल किया गया है।

अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) भी मामले की जांच कर रही है, जबकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) एवं अन्य केंद्रीय एजेंसियां भी राज्य की मदद कर रही हैं।

सबिता इंद्रा ने कहा कि आतंकवादी 1995 से ही हमले का प्रयास करते रहे हैं। उन लोगों ने कम से कम 20 बार कोशिश की है। दुर्भाग्यवश लुंबनी पार्क और इस बार दिलसुखनगर में हुए हमले में ज्यादा लोग हताहत हुए।

गृहमंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ कानून एवं व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी ने आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए कदम उठाने का निर्देश दिया।

सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस कमिशनरियों में अगले छह माह के दौरान 3500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। 450 करोड़ रुपये की इस योजना को मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दे दी है। इसके अलावा सरकार की भवन नियमावली में भी संशोधन की योजना है जिसके तहत नए भवनों में सीसीटीवी कैमरा लगाने को अनिवार्य किया जाएगा।

उधर, एनआईए की टीम ने इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के कथित सदस्यों को पकड़ने के लिए बिहार के दरभंगा और समस्तीपुर जिलों में छापेमारी की। हैदराबाद बम विस्फोटों की प्रारंभिक जांच में शक की सुई आईएम के संदिग्धों की ओर घूमी है।

बिहार के गृह सचिव आमिर सुभानी ने कहा कि हैदराबाद धमाके की जांच में एनआईए की टीम को राज्य पुलिस सहायता करेगी।
सुभानी ने यहां संवाददाताओं से कहा, "ठोस सबूत के साथ एनआईए की टीम किसी भी जगह जा सकती है। स्थानीय पुलिस उनकी मदद करेगी।"

एनआईए की टीम इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक यासीन भटकल के करीबी माने जाने वाले मोहम्मद ताहसिम उर्फ मोनू की तलाश कर रही है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "मोहम्मद ताहसिम उर्फ मोनू एवं इंडियन मुजाहिदीन के अन्य सदस्यों की तलाश में एनआईए की टीम ने 24 घंटों के दौरान समस्तीपुर और दरभंगा में छपामारी की है।"

पिछले महीने एनआईए टीम ने मोनू की तलाश में समस्तीपुर जिले के मनियारी गांव में छापा मारा था, लेकिन वह अपने घर पर नहीं मिला।

एनआईए की टीम ने जनवरी में दरभंगा जिले के चकजोरा गांव से इंडियन मुजाहिदीन के कथित सदस्य मोहम्मद दानिश अंसारी को गिरफ्तार किया था।

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अंसारी भी कथित रूप से यासीन भटकल का करीबी है। सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि अंसारी ने 2009 और 2010 में भटकल को बिहार में पनाह दी थी।