यह ख़बर 16 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

मुस्लिम वोट के लिए गठबंधन तोड़ने का ढोंग कर रहे हैं नीतीश : लालू

खास बातें

  • आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने घोर विरोधी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अवसरवादी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह नरेंद्र मोदी के नाम पर बीजेपी से नाता मुसलमानों का वोट बटोरने के लिए तोड़ रहे हैं।
पटना:

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने घोर विरोधी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अवसरवादी होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह नरेंद्र मोदी के नाम पर बीजेपी से नाता मुसलमानों का वोट बटोरने के लिए तोड़ रहे हैं।

लालू ने संवादाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को अपने सरकारी आवास पर बुलाकर उन्हें भोजन कराने वाले अवसरवादी नीतीश बीजेपी से नाता नरेंद्र मोदी के नाम पर मुसलमानों का वोट बटोरने के लिए तोड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि गुजरात दंगे के बाद एनडीए सरकार में शामिल रामविलास पासवान मंत्रिमंडल से निकल गए थे, लेकिन नीतीश उसी मंत्रिमंडल में चिपके रहे। लालू ने नीतीश पर साबरमती ट्रेन में लगी आग की घटना की रेलमंत्री रहते हुए धार्मिक उन्माद फैलाने वाले नरेंद्र मोदी के इशारे पर जांच नहीं कराने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि नीतीश और शरद को उनके परामर्शदाता वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को आरएसएस और बीजेपी द्वारा किनारा किए जाने का सबसे अधिक वियोग है। लालू ने नीतीश और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव पर मतलब के यार होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मंडल आयोग के लिए संघर्ष करने वाले ये लोग कमंडल के शरण में चले गए और आज मुसलमानों का वोट बटोरने के लिए नरेंद्र मोदी का विरोध कर रहे हैं।

नीतीश और शरद सहित जेडीयू के अन्य नेताओं के दल-बदलू होने का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा कि ये स्वयं को समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया और चौधरी चरण सिंह का अनुयायी बताकर तरह-तरह की बातें करते रहे हैं। फेडरल फ्रंट के गठन पर टिप्पणी करते हुए लालू ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी की तरह नीतीश किसी के साथ नहीं रहते, क्योंकि इनका कोई सिद्धांत नहीं है।

लालू ने नीतीश पर जनप्रतिनिधियों को महत्व नहीं देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें 1, अणे मार्ग स्थित अपने आवास में घुसने नहीं देते थे, लेकिन संकट के समय उनको अपनी पार्टी के सांसदों और विधायकों की याद आ रही है। उन्होंने वर्तमान परिस्थिति में जेडीयू में टूट की संभावना जताते हुए दावा किया कि जेडीयू के विक्षुब्ध करीब 50 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। जेडीयू-बीजेपी की इस रामलीला पर राज्य की जनता बहुत नजदीक से नजर रखे हुए है और अखबारों में विज्ञापन के जरिये बिहार में विकास और बिहार मॉडल का झूठा प्रचार करते रहे हैं और प्रदेश की जनता इन दोनों की बेहतर ढंग से 'धुलाई' करेगी।

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नीतीश के कांग्रेस से जुड़ने संबंधी अटकलों के बारे में पूछे जाने पर लालू ने चुटकी लेते हुए कहा कि यदि ऐसा होता है, तो वह हनुमान जी को लड्डू चढ़ाएंगे।