पटना:
पीके शायद एक ऐसी मूवी है जिसके प्रचार में पहली बार एक पार्टी के लोग खुलकर उतरेंगे। बिहार की सत्तारूढ़ जनता दल युनाइटेड के कार्यकर्ता अब हर गांव में जाकर लोगों को इस फिल्म को देखने की अपील करेंगे। ये अपील खुद पार्टी सुप्रीमो नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के पदाधिकारियों की एक बैठक में की।
नीतीश ने यह भी कहा कि अगर फिल्म निर्माता उनके अनुरोध को मान लें तो वह चाहेंगे कि यह फिल्म मोबाइल वीडियो थिएटर के जरिए राज्य के हर चौक चौराहे पर दिखाई जाए। इसके लिए वो कार्यकर्ताओं से अनुरोध करेंगे कि कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस फिल्म को देख सकें।
दरअसल नीतीश कुमार को लगता है कि इस फिल्म के माध्यम से वो बीजेपी के कट्टरवाद का जवाब दे सकते हैं। इन दिनों राज्य में बीजेपी विरोधी दल खासकर गांव गांव में हो रहे शिव कथा से परेशान हैं जिसमें वाचक हर कथा के अंतिम में, जनता दल युनाइटेड नेताओं की मानें तो कमल खिलाने और बीजेपी को वोट देने की अपील करता है।
शनिवार को पार्टी की बैठक में नीतीश कुमार ने माना कि पीके के मैसेज से कट्टरपंती ताकतों का जमकर मुकाबला किया जा सकता है। इससे पहले 31 दिसंबर को पीके देखने के बाद उन्होंने फिल्म की जमकर प्रशंसा की थी और इसे टैक्स फ्री करने की बिहार सरकार से अपील भी की थी।