बिहार को ललकारने चले थे, लैंड बिल पर पीएम को घुटने टेकने पड़े : नीतीश कुमार

बिहार को ललकारने चले थे, लैंड बिल पर पीएम को घुटने टेकने पड़े : नीतीश कुमार

पटना में स्वाभिमान रैली को संबोधित करते नीतीश कुमार।

पटना:

पटना में स्वाभिमान रैली में नीतीश कुमार ने लैंड बिल कानून पर दोबारा अध्‍यादेश न लाने की पीएम मोदी की घोषणा पर कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री को लोगों के विरोध की वजह से झुकना पड़ा। यह देश के लोगों की सबसे बड़ी जीत है। अध्‍यादेश के जरिए सरकार ने किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया। यह मन की नहीं, जनता के दिल की बात थी।'

नीतीश ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री ने मेरे डीएनए को गड़बड़ कहा, मैं बिहार का हूं। हमारा डीएनए वही है, जो हर बिहारवासी का है। अब कल से पीएम कार्यालय में बिहार के लोग अपना डीएनए सैंपल भेजेंगे। उन्‍होंने हमारे स्‍वाभिमान को ललकारा है। पीएम मुझे अहंकारी कहते हैं, लेकिन हमारे रग-रग में स्‍वाभिमान है, जिससे हम समझौता नहीं कर सकते। नालंदा की धरती का डीएनए गड़बड कैसे? जिन लोगों का देश्‍ा की आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं, वे डीएनए की बात करते हैं।'

नीतीश ने कहा, हमने जेपी के चरणों में बैठकर लोकतंत्र का पाठ पढ़ा और पीएम हमारा डीएनए खराब बताते हैं। उन्होंने कहा, दुनिया की कोई ताकत अगर हमारे स्‍वाभिमान को ललकारेगी तो हम उसी तरह उसका उत्‍तर देंगे।

14 महीनों में भी काला धन वापस नहीं आया
नीतीश ने कहा, 'चुनाव के नजदीक आने पर पीएम मोदी को सरकार बनने के 14 महीनों के बाद बिहार की याद आई। पीएम ने सरकार बनने पर 100 दिन के भीतर विदेशों में जमा काला देश में वापस लाने का वादा किया था, लेकिन सरकार बने 14 महीने बीत गए, आज तक कुछ नहीं हुआ।'

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'बीजेपी शासित राज्‍यों में क्राइम सबसे ज्‍यादा'
नीतीश कुमार ने कहा, पीएम किस आधार पर बिहार में जंगलराज कहते हैं, मैं बता दूं कि आज बिहार में कानून का राज है। उन्‍होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, महाराष्‍ट्र, गुजरात, छत्‍तीसगढ़, मध्‍य प्रदेश, हरियाणा और दिल्‍ली में कानून व्‍यवस्‍था बेहद खराब है। वहां की कानून व्‍यवस्‍था तो बीजेपी के हाथ में है तो वहां हालात क्‍यों नहीं सुधरे। उन्‍होंने कहा, बिहार में अपराध का औसत काफी कम है। उन्‍होंने कहा, पीएम द्वारा बिहार को दिया गया 1 लाख 25 हजार करोड़ का पैकेज जाली नोट जैसा है, जोकि देखने में तो नोट जैसा लगता है, लेकिन वह बाजार में नहीं चलता। उन्‍होंने स्‍वाभिमान रैली में बिहार को विशेष राज्‍य का दर्जा दिए जाने की मांग दोहराई।